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जल शक्ति मंत्री ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का किया दौरा, हालातों पर की चर्चा

जलशक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह आज लखीमपुर खीरी पहुंचे. उन्होंने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. जनशक्ति मंत्री ने अफसरों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली और कई निर्देश दिए.

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Published : Oct 23, 2021, 11:29 AM IST

Updated : Oct 23, 2021, 1:25 PM IST

लखीमपुर खीरीः
लखीमपुर खीरीः

लखीमपुर खीरीः जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने शनिवार को लखीमपुर खीरी के बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई दौरा किया. उनके साथ राहत आयुक्त उप्र रणवीर प्रसाद, प्रमुख अभियंता सिंचाई अशोक सिंह भी थे. इस दौरान आयुक्त लखनऊ मंडल रंजन कुमार, डीएम डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया, एसपी विजय दुल ने मंत्री का स्वागत किया.

शारदा बैराज पर बने हेलीपैड से जलशक्ति मंत्री सीधे सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के निरीक्षण भवन पहुंचे, जहां उन्होंने प्रशासनिक और विभागीय अफसरों व जनप्रतिनिधियों के साथ बाढ़ के हालातों पर चर्चा की. उन्होंने बचाव अभियान की गहन समीक्षा भी की और कई जरूरी निर्देश दिए. बैठक की शुरुआत में डीएम डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया ने प्रेजेंटेशन देकर बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में किए जा रहे बाढ़ प्रबंधन व राहत कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट पेश की. बैठक के बाद उन्होंने कहा कि सब ठीक है, राहत सामग्रियां बांटी जा रही हैं. सरकार बाढ़ पीड़ितों के साथ है.

जल शक्ति मंत्री ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का किया दौरा

जलशक्ति मंत्री ने जिले में बाढ़ से प्रभावित इलाकों में हुए नुकसान और राहत व बचाव कार्य की भी जानकारी ली. उन्होंने कहा कि इस दौरान फंसे सभी गंभीर रोगियों को प्रशासन दवाइयां भी उपलब्ध करा रहा है. धनराशि की कोई कमी नहीं है. प्रभावित क्षेत्रों में कम्युनिटी किचन की संख्या बढ़ाई जाएगी. पशुओं का चिह्नांकन करके युद्धस्तर पर पर्याप्त आहार की व्यवस्था कराएं. सभी पशुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुचाएं. निगरानी समितियों की सक्रियता बढ़ाई जाए. बच्चों को दूध वितरित किया जाए. कपड़ा वितरण के लिए कपड़ा बैंक बनाया जाए. सभी प्रभावित गांव में वीडीओ समुचित व वैकल्पिक प्रकाश की व्यवस्था कराएं. इस दौरान उन्होंने सीएमओ से चिकित्सा कैंप व सीवीओ से पशु चिकित्सा कैंपों की जानकारी ली. सिंचाई के अफसरों ने मंत्री के पूछने पर बताया कि शारदा व घाघरा के सभी बंधे सुरक्षित हैं.

विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह ने शारदा को गोमती से जोड़ने की मांग की. इस पर मंत्री ने कहा कि शारदा को गोमती व गंगा को सई नदी से जोड़ने पर विचार चल रहा है. वहीं अन्य मौजूद जनप्रतिनिधियों से भी उनके सुझाव लेकर उनका फीडबैक लिया. जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बाढ़ के बाद राहत कार्य देखने के लिए भेजा है. सीएम ने तेजी से बचाव व राहत कार्य करने के निर्देश दिए हैं. बाढ़ का पानी खत्म होते ही क्षति का आकलन किया जाएगा और लोगों को राहत राशि भी दी जाएगी. उन्होंने बताया कि 17, 18 और 19 अक्टूबर को उत्तराखंड में हुई अतिवृष्टि, बादल फटने और जल प्लावन होने से भारी तबाही हुई.

मंत्री ने कहा कि इस बार 90 साल का रिकार्ड टूटा है. लखीमपुर खीरी में 120 किमी शारदा बहती है. शारदा व घाघरा में बाढ़ आने से जिले के 300 गांव प्रभावित हुए हैं. कमिश्नर व जिला प्रशासन के अंतर विभागीय कोआर्डिनेशन से बेहतर काम किया है. तीन एनडीआरएफ, एक एसडीआरएफ और दो पीएसी की फ्लड यूनिट ने बड़े पैमाने पर रेस्क्यू अभियान चलाया. रेस्क्यू ऑपरेशन में 16 बड़े मोटर बोट, 80 लोकल नावें और 75 गोताखोरों को लगाया गया है. अधिकारी-कर्मचारी पूरी मुस्तैदी से राहत बचाव काम कर रहे हैं. तीन दिनों में प्रशासन ने लगभग 3 हजार लोगों को रेस्क्यू करके निकाला है. वहीं 75 हजार लंच पैकेट वितरित किए गए हैं.

इन क्षेत्रों में प्रशासन ने मेडिकल टीम गठित कर उसकी सक्रियता बढ़ाई. बांधों पर सिंचाई विभाग के अफसर पूरी मुस्तैदी से तैनात हैं. पानी तेजी से घट रहा है. प्रभावित सभी गांवों में नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं. ब्लॉक स्तर पर कम्युनिटी किचन का संचालन किया जा रहा है, इसके वितरण के लिए सीएचसी व पीएचसी पर भी पॉइंट बनाए गए हैं. निगरानी समितियों को एक्टिवेट करते हुए एएनएम व आंगनबाड़ी के जरिए स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाई जा रही हैं. सभी प्रभावित लोगों तक शुद्ध पेयजल की आपूर्ति व भोजन की व्यवस्था तत्परता से कराने में प्रशासन पूरी मुस्तैदी से जुटा है. लखीमपुर खीरी में वायु सेना के जवानों ने हेलीकॉप्टर के जरिए 16 लोगों को रेस्क्यू किया है.

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Last Updated : Oct 23, 2021, 1:25 PM IST

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