लखीमपुर खीरी: उत्तराखंड के बनबसा बैराज से रुक रुककर चार लाख क्यूसेक पानी छोड़ जाने से यूपी के लखीमपुर खीरी और पीलीभीत जिले में बाढ़ के हालात बन गए हैं. शारदा नदी उफना चली है. नेपाल से भी पानी छोड़े जाने से मोहाना और सुहेली नदी भी उफनाने लगी है. शारदा नदी के तटवर्ती इलाकों में प्रसाशन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कह दिया है. जिला प्रशासन ने मुनादी शुरू करवा दी है. कुछ गांवों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है. कई जगहों पर नदी ने भू कटान करना भी शुरू कर दिया है. बाढ़ के हालात बनने से खीरी जिले की पांच तहसीलों के बाढ़ से प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है. डीएम डॉक्टर अरविंद कुमार चौरसिया ने सभी एसडीएम और तहसीलदार को अलर्ट रहने के लिए कहा है. अपने-अपने इलाके में बाढ़ चौकी स्थापित करने और प्रभावित लोगों को राशन और राहत सामग्री मुहैया कराने के आदेश दिए हैं.
खीरी जिले में पीलीभीत जिले के ट्रांस शारदा इलाके से लेकर धौरहरा तहसील तक पलिया,गोला,सदर लखीमपुर,निघासन और धौरहरा तहसील बाढ़ से प्रभावित हो गई हैं. उत्तराखंड में पिछले दिनों हुई भीषण बारिश से बनबसा बैराज पानी से लबालब हो गया है. बनबसा बैराज से पिछले 24 घंटों से शारदा नदी में रुक रुक कर चार लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे नेपाल की तराई के मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. खीरी जिले में पीलीभीत जिले के ट्रांस शारदा इलाके से लेकर धौरहरा तहसील तक पलिया,गोला,सदर लखीमपुर,निघासन और धौरहरा तहसील बाढ़ से प्रभावित हो गई हैं. शारदा और घाघरा नदियां उफान पर हैं. शारदा बैराज से भी 157290 क्यूसेक गेज चल रहा है. वहीं गिरिजा बैराज से घाघरा में 141702 क्यूसेक पानी डाउनस्ट्रीम में चल रहा है.
फूलबेहड़ इलाके के अहिराना गांव को शारदा नदी ने अपने निशाने पर ले लिया है. इस गांव के छह मकान शारदा नदी में किसी भी समय समा सकते हैं. फूलबेहड़ का अहिराना गांव शारदा के निशाने पर
शारदा नदी का जलस्तर बढ़ने से पलिया पुल पर शारदा नदी खतरे के निशान के ऊपर चली गई है. फूलबेहड़ इलाके के अहिराना गांव को शारदा नदी ने अपने निशाने पर ले लिया है. इस गांव के छह मकान शारदा नदी में किसी भी समय समा सकते हैं. ग्रामीणों ने अपना सामान समेट कर सुरक्षित जगहों पर ठिकाना तलाशना शुरू कर दिया है. लोग अपना घर बार भी खुद ही अपने हाथों से उजाड़कर मलबा सुरक्षित जगहों पर ले जाने लगे हैं. ग्राम प्रधान प्रीतम यादव ने बताया कि गांव की जमीन पहले ही शारदा लील चुकी है. इस बार फिर नदी कटान करने लगी है. यहां पर बांध बनवाने की जरूरत है.
ग्रामीणों ने अपना सामान समेट कर सुरक्षित जगहों पर ठिकाना तलाशना शुरू कर दिया है. लोग अपना घर बार भी खुद ही अपने हाथों से उजाड़कर मलबा सुरक्षित जगहों पर ले जाने लगे हैं. डीएम ने किया अहिराना का दौरा डीएम डॉ अरविंद कुमार चौरसिया ने अहिराना गांव का दौरा किया. बाढ़ और कटान से प्रभावित अहिराना गांव में डीएम के साथ इलाके की भाजपा विधायक मंजू त्यागी भी मौजूद रहीं. अहिराना गांव में तेजी से शारदा नदी कटान कर रही है. अगर जल्द ही गांव में ठोकरों का निर्माण किया गया तो गांव का वजूद मिट सकता है. पूरा गांव नदी में समा सकता है. डीएम अरविंद कुमार चौरसिया ने सिंचाई विभाग के अफसरों से बचाव कार्य के बारे में बातचीत भी की. डीएम ने एसडीएम से सभी कटान पीड़ितों को राशन और राहत सामग्री देने और उनके पुनर्वास की सुरक्षित व्यवस्था करने को भी कहा है.
शारदा नदी के तटवर्ती इलाकों में प्रसाशन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कह दिया है. जिला प्रशासन ने मुनादी शुरू करवा दी है. कुछ गांवों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है.