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महापंचायत पर रार, प्रशासन और किसान संगठन आमने-सामने - पूर्व विधायक वीरपाल राठी

लखीमपुर खीरी जिले में 25 फरवरी को होने वाली किसान महापंचायत को लेकर प्रशासन और किसान संगठन आमने-सामने आ गए हैं. प्रशासन ने जहां किसान संगठनों को पब्लिक इंटर कॉलेज संपूर्णानगर में किसान महापंचायत की परमिशन देने से मना कर दिया है, वहीं किसान संगठनों का कहना है कि यह उनका संवैधानिक हक है. शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन होकर रहेगा. महापंचायत होगी और जरूर होगी.

लखीमपुर खीरी में किसान महापंचायत.

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Published : Feb 21, 2021, 10:59 PM IST

लखीमपुर खीरी:पलिया तहसील के संपूर्णानगर में खीरी-पीलीभीत जिले की किसान महापंचायत का आयोजन किसान संगठनों ने 25 फरवरी को तय किया है. इस महापंचायत में दिल्ली में आंदोलन चला रहे किसान जत्थे बंदियों के एक प्रमुख नेता प्रोफेसर दर्शन पाल और मुख्य अतिथि के रुप में रालोद के नेता जयंत चौधरी को आना था. इसके अलावा हरियाणा के लोक गायक अजय हुड्डा का भी संपूर्णानगर पब्लिक इंटर कॉलेज के मैदान पर आने का प्रचार प्रसार किसान और किसान नेता कई दिनों से कर रहे थे. इस महापंचायत के लिए पलिया तहसील में किसान संगठनों ने एसडीएम को परमिशन के लिए प्रार्थना पत्र दिया था. पर बताया जा रहा है कि एसडीएम अमरेंद्र कुमार ने परमिशन देने से मना कर दिया है. उन्होंने कोविड-19 और धारा 144 के चलते किसी भी तरीके के बड़े आयोजन के लिए परमिशन देने से मना कर दिया.

सरकार के दवाब में प्रशासन

इधर, महापंचायत को सफल बनाने के लिए चार दिन पहले से ही पलिया में राष्ट्रीय लोक दल की टीम पहुंच गई थी. राष्ट्रीय लोकदल पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष व छपरौली बागपत से पूर्व विधायक वीरपाल राठी ने पलिया में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रशासन यूपी सरकार के दबाव में किसान पंचायत को परमिशन नहीं दे रहा है. ये लोकतंत्र के खिलाफ है. प्रशासन किसानों को मिले संवैधानिक हकों को नहीं रोक सकता.

होकर रहेगी किसान महापंचायत

पूर्व विधायक राठी ने कहा कि खीरी-पीलीभीत जिले के हजारों किसान इस पंचायत में आएंगे और हम किसानों को किसान विरोधी कानूनों से अवगत कराएंगे. उन्होंने कहा कि हम प्रशासन से आग्रह कर रहे कि हमें पंचायत की अनुमति दे. अगर प्रशासन तब भी नहीं माना तो हम तब भी पंचायत करके ही मानेंगे. किसी भी हालत में 25 फरवरी को लोकदल और किसानों की किसान महापंचायत होकर रहेगी.

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