लखीमपुरखीरी. यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में दो दिन चले नाटकीय घटनाक्रम के बाद गुरुवार को बीजेपी के एमएलसी प्रत्याशी अनूप गुप्ता को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया है. अनूप गुप्ता को जीत का सर्टिफिकेट एडीएम ने दे दिया.
जिले में एमएलसी चुनाव के लिए चार प्रत्याशी मैदान में उतरे थे. इसमें भारतीय जनता पार्टी की तरफ से प्रदेश महामंत्री अनूप गुप्ता, समाजवादी पार्टी की तरफ से पूर्व जिला अध्यक्ष अनुराग वर्मा और दो निर्दलीय नरसिंह यादव और नवनीत शुक्ला ने पर्चे भरे थे. मंगलवार को नाम वापसी के दिन समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अनुराग पटेल और नवनीत शुक्ला का पर्चा रिटर्निंग ऑफिसर ने खारिज कर दिया. समाजवादी पार्टी का पर्चा खारिज करने के पीछे दलील यह दी गई कि उन्होंने जिस अधिवक्ता से शपथ पत्र बनवा कर पर्चा भरने के दौरान दिया था. उस अधिवक्ता का नोटरी रिन्यूअल नहीं था.
इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी ने हाईकोर्ट की शरण ली है. समाजवादी पार्टी सत्ता पक्ष पर जबरन बिना किसी कारण के पर्चा खारिज करने का आरोप लगाती रही है. समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अनुराग पटेल ने मंगलवार को कहा था कि यह लोकतंत्र की हत्या है. अकारण ही उनका पर्चा सत्ता के दबाव में खारिज किया जा रहा है.
रिटर्निंग ऑफिसर ने सिर्फ नरसिंह यादव का पर्चा स्वीकृत किया और अनूप गुप्ता जो भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी हैं, उनका पर्चा भी स्वीकृत हो गया है. इसके बाद शुरू हुई भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को निर्विरोध जिताने की कवायद. बताया जाता है कि भारतीय जनता पार्टी के तमाम विधायक इस काम के लिए लग गए. नरसिंह यादव का पता लगाया कि किसी तरह कचहरी में आकर पलट जाए.
भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी और विधायक कचहरी तक मना कर लाए लेकिन नरसिंह यादव कचहरी में आकर पलट गया. उसने कहा कि वह पर्चा वापस नहीं लेगा. गुरुवार को नाम वापसी का आखिरी दिन था. सुबह से ही लोगों की कचहरी और एमएलसी चुनाव पर नजर लगी हुई थी.