उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

लखीमपुर खीरी में किसानों के फसल नुकसान का मुआवजा दिलाएगा कृषि विभाग, सूचना देने के लिए नंबर जारी - लखीमपुर खीरी का समाचार

लखीमपुर खीरी में आंधी, बारिश और बाढ़ से अगर आपकी फसल तबाह हुई है, तो कृषि विभाग आपको मुआवजा दिलाएगा. पीएम फसल बीमा योजना के लाभार्थियों को मुआवजा दिलाया जाएगा.

फसल नुकसान का मुआवजा दिलाएगा कृषि विभाग
फसल नुकसान का मुआवजा दिलाएगा कृषि विभाग

By

Published : Oct 19, 2021, 10:24 PM IST

लखीमपुर खीरीः जिले में आंधी, पानी और बारिश से अगर आपकी फसल तबाह हुई है तो कृषि विभाग आपको मुआवजा दिलायेगा. उप कृषि निदेशक डॉक्टर योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि सभी किसान जिसकी फसल 17 अक्टूबर की आंधी के साथ भारी बारिश से तबाह हुई है. जिन्होंने अपनी फसल का बीमा कराया है, वो अपनी फसल के नुकसान की शिकायत पीएम फसल बीमा योजना के टोलफ्री नम्बर 18008896868 और 18002005142 पर 72 घण्टे के भीतर दर्ज करवा दें. जिससे कि उनकी फसल नुकसान की क्षतिपूर्ति के सम्बन्ध में आवश्यक कार्रवाई हो सके.

उपेंद्र गिरि 8574934872 और पर्यवेक्षण अधिकारी उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी-सदर 9455543645, धौरहरा के कार्यालय उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी में राजकिशोर 6386263945, पर्यवेक्षण अधिकारी उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी-धौरहरा 9935874057, गोला के कार्यालय उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी में अमित कुमार 941533049, पर्वेक्षण अधिकारी उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी-गोला 9451087128, मोहम्मदी के कार्यालय उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी-मोहम्मदी में अमित शर्मा 9555340074 और पर्यवेक्षण अधिकारी उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी-मोहम्मदी 7007292868, निघासन में कार्यालय उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी में पंकज 9670331493, पर्वेक्षण अधिकारी उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी-निघासन 854566880 की ड्यूटी लगाई गई है.

इसे भी पढ़ें-डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कांग्रेस पर कसे तंज, कहा- अभी तो अमेठी गई है, जल्द ही हाथ से रायबरेली भी जाएगी

उप कृषि निदेशक ने बताया कि किसान हेल्प डेस्क पर सम्पर्क कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा किसान विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारी और अधिकारी, फसल बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि, सम्बन्धित बैंक शाखा और कृषि भवन, लखीमपुर-खीरी में भी अपनी फस्ल नुकसान की सूचना 72 घण्टे के भीतर दे सकते हैं. इसके साथ ही किसानों को अवगत कराना है कि आगामी दिवसों में भी बारिश एवं आंधी-तूफान की सम्भावना है. अतः भविष्य में फसल नुकसान की स्थिति में भी कृषक बन्धु उसकी सूचना उपरोक्त प्रक्रिया के अनुरूप दे सकते हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details