लखीमपुर खीरी: वसूली की रकम बंटवारे ने दुधवा टाइगर रिजर्व में वनकर्मियों और अफसरों के बंदरबांट की पोल खोल दी है. इस मामले में दुधवा टाइगर रिजर्व में रेंजर समेत 9 वनकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. इसमें एक रेंजर, तीन फॉरेस्टर और पांच फॉरेस्ट गार्ड शामिल हैं. दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर और डिप्टी डायरेक्टर बफर जोन ने यह कार्रवाई की है. फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक ने बताया कि निघासन रेंज के प्रभारी रेंजर और फील्ड स्टाफ को वित्तीय अनियमितता में सस्पेंड किया गया है. मैलानी रेंजर पर लगे आरोपों की रिपोर्ट रविवार की शाम तक आ जाएगी. जिसके बाद उनपर कार्रवाई तय है, किसी भी दोषी वनकर्मी को बख्शा नहीं जाएगा.
बता दें कि कुछ दिन पहले मैलानी रेंज में एक कछुए का तस्कर पकड़ा गया था, जिसको मैलानी रेंजर ने छोड़ दिया था. शिकायत मिली थी कि मैलानी रेंजर ने कछुए तस्कर से दो लाख रुपये जुर्माना वसूल किया है. इसकी न ही उन्होंने रसीद काटी और न ही तस्कर को जेल भेजा. इसका खुलासा तब हुआ जब जुर्माने के नाम पर वसूले गए दो लाख रुपयों के बंटवारे में रेंजर और फील्ड स्टाफ में तनातनी हो गई.
मामले की जानकारी फील्ड डायरेक्टर के कार्यालय तक पहुंच गई. इस पर फील्ड डायरेक्टर ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं. प्राथमिक जांच के आधार पर डिप्टी डायरेक्टर बफर जोन सुन्दरेशा ने दो फॉरेस्टर और दो फॉरेस्ट गार्ड को सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही रेंजर मैलानी के निलंबन की संस्तुति कर फाइल उच्चाधिकारियों को भेज दी है. फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक के मुताबिक रविवार को शाम तक जांच रिपॉर्ट आ जाएगी, जिसके बाद रिपोर्ट के आधार पर मैलानी रेंजर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.