कुशीनगर: सेवरही थाना क्षेत्र के मिश्रौली गांव की एक महिला ने समूह के कर्मचारियों से तंग आकर महिला खौफनाक कदम उठाया. आवास बनवाने के लिए महिला समूह से लोन लिया था. लोन न चुका पाने को लेकर गांव में समूह के माध्यम से लोन बांटने वाले कर्मचारी बकाया जमा करने के लिए दबाव बना रहे थे, जिससे आजिज आकर महिला ने जहरीला पदार्थ खा लिया.
हालत बिगड़ने पर उसे परिवार वाले सीएचसी में ले गए, जहां उसकी हालत नियंत्रण से बाहर देख डॉक्टर ने स्वशासी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. परिजन उसे जिला अस्पताल ले गए. जहां इलाज के दौरान उसने गुरुवार की देर रात दम तोड़ दिया. महिला समूह के कर्मचारियों के डर से महिला अपने मायके में रहने आ गई थी. लेकिन, यहां भी कर्मचारी उसे परेशान करने के लिए पहुंच गए. इससे आहत होकर महिला ने आत्महत्या कर ली.
मामला सेवरही थाना क्षेत्र के मिश्रौली गांव का है. यहां की रहने वाली आरती देवी (30 वर्ष) ने घर बनवाने के लिए महिला समूह से कर्ज लिया था. कर्ज चुकाने में देरी होने पर उसे बार-बार परेशान किया जा रहा था. इससे परेशान होकर महिला सेवरही थाना क्षेत्र के ही राजपुर भरवलिया स्थित अपने मायके चली गई थी. वहां भी समूह के कर्मचारी पहुंचकर उससे अभद्रता कर रहे थे और रुपये वापस करने का दबाव बना रहे थे.
इससे आजिज आकर महिला ने गुरुवार की देर रात जहरीला पदार्थ खा लिया. उसकी हालत बिगड़ी तो परिजन देर रात उसे जिला अस्पताल ले गए. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मौत से महिला के परिजनों का जिला अस्पताल में रो-रोकर बुरा हाल है. उसके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
ये भी पढ़ेंः IAS की तैयारी कर रही युवती को ऑनलाइन दोस्ती में मिला धोखा, शारीरिक संबंध बनाकर शादी से इनकार