उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

नारायणी के घटते जलस्तर से कटान हुई तेज, गांवों की ओर बढ़ रहा पानी - कुशीनगर की बड़ी खबरें

कुशीनगर जिले में नारायणी नदी के कम होते जलस्तर से लोग परेशान हैं. वजह यह है कि जलस्तर कम होने से कटान तेज हो गई है, जिससे नदी का पानी गांवों की ओर बढ़ रहा है.

water level of Narayani river  Narayani river  Narayani river water level  flood in kushinagar  kushinagar latest news in hindi  narayanio river decreasing water level  नारायणी नदी  नारायणी नदी का जलस्तर  कटान तेज  खड्डा और तमकुहीराज तहसील  बाल्मीकि नगर बैराज  कुशीनगर की बड़ी खबरें
नारायणी नदी के घटते जलस्तर से कटान तेज.

By

Published : Jun 19, 2021, 1:08 PM IST

कुशीनगर: नारायणी नदी का जलस्तर घटने के साथ ही दियारा स्थित गांवों में कटान तेज हो गई है. नदी खेतों में लगी फसलों को काफी तेजी से काट रही है. कटान का रुख धीरे-धीरे गांवों की ओर बढ़ रहा है, जिससे खड्डा और तमकुहीराज तहसील के बाढ़ प्रभावित गांवों पर अस्तित्व का खतरा मंडराने लगा है. हालांकि बाढ़ खंड के एसडीओ ने अधिशासी अभियंताओं को पत्र भेजकर कटान से ग्रामीणों मे व्याप्त भय और उनकी सुरक्षा के लिए प्रयास किए जाने के लिए निर्देशित किया है.

नारायणी नदी के घटते जलस्तर से कटान तेज.

बताते चलें कि नेपाल की पहाड़ियों पर लगातार हो रही बारिश के बाद बाल्मीकि नगर बैराज से छोड़े गए पानी के कारण नारायणी नदी खड्डा और तमकुहीराज तहसील के गांवों को प्रभावित कर रहा है. पानी का जलस्तर उतरने के साथ तेज हुई कटान लोगों के लिए नई मुसीबत बन गई है. लोग बेबस होकर अपने खेतों में खड़े केला, गन्ना आदि फसलों को नदी की धारा में विलीन होते देख रहे हैं. शुक्रवार को ही नदी ने खड्डा तहसील के किसान नारायण, जयप्रकाश, सुभाष, बाड़ू, तूफानी, जितेंद्र, किशोर, विश्वनाथ, शिव, रामप्रवेश, शंकर और इंद्रजीत जैसे 50 से ज्यादा किसानों की फसलों को काटकर अपनी धारा में मिला लिया है

तेजी से हो रहा कटान.

इसे भी पढ़ें:बीच मझधार में फंसी 150 जिंदगियां, 11 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन

पिछली बार कम हुआ था कटान

गांव वालों का कहना है कि पिछली बार नदी का कटान इस बार से बहुत कम था, क्योंकि पूरे सत्र में नदी ने लगभग 200 मीटर की कटान की थी. इस बार महज 1 दिन के कटान में नारायणी ने 40 मीटर तक की जमीन को अपनी धारा में मिला लिया है. अगर नदी का कटान कुछ दिन और इसी तरह चला तो वह गांवों को भी काटकर अपने में विलीन कर लेगी.

किसानों की डूब रही फसलें.

इसे भी पढ़ें:कुशीनगर में बाढ़: नारायणी ने घर डुबाया, अब 'नारायण' करें बेड़ा पारट

विभाग को दिए गए जरूरी निर्देश

इस सम्बंध में एसडीएम खड्डा अरविंद कुमार ने बताया कि गांव के नजदीक गंडक नदी की तेज कटान चालू है और कटान को रोकने के लिए सम्बंधित विभाग को जरूरी निर्देश दिए गए हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details