कुशीनगरः जिले के नेबुआ नौरंगिया इलाके में देर रात हुए दर्दनाक हादसे में शादी की खुशियों का रंग मातम में बदल गया. इसमें 13 लोगों की मौत हो गई. ग्रामीणों ने एंबुलेंस आने में देरी के आरोप लगाए हैं. बताया जा रहा है कि ये हादसा शादी से जुड़ी एक रस्म के दौरान हुआ. इस हादसे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने शोक जताया है.
राष्ट्रपति कोविंद ने हादसे पर संवेदना जाहिर करते हुए लिखा है कि 'उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुए हादसे में महिलाओं और बच्चों समेत कई लोगों की मृत्यु का दुखद समाचार सुनकर व्यथित हूं. इस दर्दनाक हादसे में अपने परिजनों को खोने वाले सभी शोक.संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहन संवेदनाएं. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना करता हूं.'
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा कि 'उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुआ हादसा हृदयविदारक है. इसमें जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. इसके साथ ही घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करता हूं. स्थानीय प्रशासन हर संभव मदद में जुटा है.'
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा है कि 'जनपद कुशीनगर के ग्राम नौरंगिया स्कूल टोला की एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में हुई ग्रामवासियों की मृत्यु अत्यंत दु:खद है, मेरी संवेदनाएं मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. प्रभु श्री राम से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना है.'
कैसे हुआ हादसा
कुशीनगर ( Kushinagar) के नेबुआ नौरंगिया इलाके में लोग शादी के रंग में डूबे हुए थे. इसी दौरान एक रस्म अदायगी के दौरान 13 लोगों की कुएं में गिरने से मौत हो गयी. हादसे की जानकारी के बाद से ही प्रशासन और पुलिस के तमाम अफसर मौके पर पहुंच गये.
आपको बता दें कि हादसे में सभी लोग हल्दी के दिन मटकोड़वा की रस्म के लिए कुंए पर पहुंचे थे. हादसा नौरंगिया गांव में उस वक्त हुआ, जब कुआं पूजन की रस्म के लिए महिलाएं और बच्चियां इकट्ठा थीं. भीड़ अधिक होने के चलते बच्चियां और महिलाएं कुएं की मुंडेर और कुएं बर बने चबूतरे पर बैठीं थीं. अचानक से कुएं का चबूतरा टूट गया और बच्चियां और महिलाएं कुएं में गिर गईं. उन्हें बचाने में भी कई महिलाएं कुएं में जा समाईं. घटना करीब 9 बजे के आसपास की है.
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दो घंटे की मशक्कत के बाद 11 बच्चियों और दो महिलाओं को कुएं से निकालकर अस्पताल भेजा गया. हादसे में घायल लोगों को पहले नेबुआ नौरंगिया अस्पताल पहुंचाया गया. बाद में उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. जिला अस्पताल में जब पहले 13 लोगों को लेकर एंबुलेंस पहुंची, तो उसके पीछे-पीछे पूरा गांव अस्पताल पर पहुंच गया. हर कोई डॉक्टरों को घेरे हुए था, सब बदहवास से थे और उनकी सलामती के लिए प्रार्थना कर रहे थे. लेकिन ईश्वर भी कहां हर दुआ कबूल करता है. करीब आधे घंटे बाद ग्रामीणों को सभी लोगों के मौत की जानकारी दी गई. ये सभी मृत अवस्था में ही जिला अस्पताल पहुंचे थे.