कुशीनगरः छात्रों को सरकार की तरफ से मिलने वाले स्कॉलरशिप के लिए ऑनलाइन आवेदन में जिले में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई है. ऑनलाइन आवेदन करने वाले दर्जनों विद्यालयों से जुड़े विद्यार्थियों को आवेदन में त्रुटि निकलने के बाद उसे ठीक कराने के लिए विद्यालय से लेकर विकास भवन तक चक्कर लगाना पड़ रहा है. वहीं मुख्य विकास अधिकारी के आदेश पर विद्यालयों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
स्कॉलरशिप के ऑनलाइन आवेदन में गड़बड़ी. सामान्य, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक वर्ग से जुड़े छात्रों को प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति पाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना पड़ता है. इस साल भी तय सीमा के अन्दर बड़ी संख्या में बच्चों ने अपना आवेदन तो किया, लेकिन कुछ दिन बाद ही उनके आवेदन में त्रुटि होने का संदेश उन्हें मोबाइल पर मिला.
गड़बड़ी की सूचना एक दो को नहीं बल्कि बड़ी संख्या में आवेदन करने वाले विद्यार्थियों को मिली. उसके बाद जब बच्चों ने अपने विद्यालयों को इसकी सूचना दी तो क्लर्कों ने उसका समाधान ढूंढ़ने के बजाए, सारे बच्चों को समाज कल्याण विभाग की तरफ का रास्ता दिखा दिया.
जानकारी के मुताबिक किसी भी आवेदन में संशोधन के लिए विद्यालय को भी अधिकार है, लेकिन विभागीय मिलीभगत से बच्चों को जिला मुख्यालय स्थित विकास भवन तक दौड़ाया जा रहा है. सूत्रों की मानें तो आवेदन करने वाले विद्यार्थियों से बड़े पैमाने पर आर्थिक शोषण भी किया जा रहा है.
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शीनगर, बुद्धा पीजी कालेज की छात्रा निधि सिंह ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन के बाद यह बात सामने आई कि इनरोलमेंट नबंर और अनुक्रमांक का मिलान नहीं हो रहा है. इसके लिए कॉलेज जाने पर क्लर्कों ने समाज कल्याण विभाग जाकर अपना आवेदन ठीक कराने को कहा.
अपनी बहन के आवेदन को ठीक कराने विकास भवन आए आदित्य गोंड़ ने बताया कि करेक्शन का कार्य विद्यालय में किया जा सकता है, लेकिन बच्चों को भीषण ठण्ड में दौड़ाया जा रहा है. वहीं जब इसकी सूचना सीडीओ को मिली तो उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक को इस मामले में जांच का आदेश दिया.