कुशीनगरः जिले के नगर पंचायत कप्तानगंज में नगर पंचायत अध्यक्ष और ईओ के बीच खींचतान में फ्रंट लाइन कोरोना वारियर्स कहे जाने वाले सफाई कर्मचारियों की हालत खराब होती जा रही है. नगर पंचायत अध्यक्ष और ईओ की संयुक्त हस्ताक्षर से मिलने वाले करीब 78 सफाई कर्मचारी और 14 नगर पंचायत स्टॉफ की करीब 9 लाख की तनख्वाह लटकी पड़ी है. कर्मचारियों को वेतन न मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है. जिसे देखते हुए नगर पंचायत के सफाई कर्मचारी इन दिनों अधिकारियों के चक्कर काटने पर विवश हैं.
नगर पंचायत की वर्तमान ईओ स्वेता सिंह ने अब जिले के आला अधिकारियों से नगर पंचायत की परेशानियों को अवगत कराया है. इसके साथ ही ईटीवी भारत से बात करते हुए स्वेता सिंह ने कहा कि नगर पंचायत में उपजे विवाद की वजह नगर अध्यक्ष की हठधर्मिता और उनके द्वारा गलत कामों को कराना है.
कप्तानगंज नगर पंचायत के कर्मचारी, नगर पंचायत अध्यक्ष के तालमेल न होने से पहले ही परेशान होते रहे हैं. अब इस तनातनी का सबसे ज्यादा खामियाजा कोरोना काल में फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स कहे जाने वाले सफाई कर्मचारी को झेलनी पड़ रही हैं. नगर पंचायत के सफाई कर्मचारी महेंद्र ने बताया कि हम सभी मेहनत और ईमानदारी से काम करते हैं. लेकिन हमारी तनख्वाह के स्लिप पर ईओ के हस्ताक्षर के बाद नगर पंचायत अध्यक्ष बिना किसी वजह के ही हस्ताक्षर नहीं करती हैं. जिससे हमारे सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है. एक ओर सफाई कर्मी चन्द्रभान बताते हैं कि नगर पंचायत की गाड़ियां और ट्रालियां मेंटेनेंस की कमी से जूझ रही हैं. जिससे सफाई करने में खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. वहीं नगर अध्यक्ष सफाई कर्मचारियों से अपने घरों का निजी कार्य तक कराते हैं.