कुशीनगरः कप्तानगंज के राजमंदिर ताल को जिले के पर्यटन स्थलों में शामिल करने की कवायद शुरू हो गई है. इसके लिए डीएम रमेश रंजन ने मंगलवार को मौके का निरीक्षण किया. 3 किमी लम्बे और 300 मिटर चौड़े राजमंदिर ताल में अब पर्यटकों को लुभाने के लिए जरूरी विकास कार्य कराए जाएंगे. इससे आसपास के इलाकों का विकास और रोजगार बढ़ने की उम्मीद है.
गौरतलब है कि जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये विकास खण्ड कप्तानगंज स्थित पिपरा माफी गांव के पास 'राजमंदिर ताल' को चिन्हित किया गया है. यह ताल पांच ग्राम सभा के 134 एकड़ की परिध में फैला हुआ है. इसका डीएम रमेश रंजन और सीडीओ गुंजन द्विवेदी ने निरीक्षण किया. निरीक्षण दौरान डीएम ने ताल के आसपास की आबादी की जानकारी, खतौनी, नक्शे को देखा. साथ भूमि की पैमाइश कराने के लिए मौके पर उपस्थित लेखपाल को निर्देशित भी किया गया.
राजमंदिर ताल का नक्शा और आस-पास के क्षेत्रों का नक्शा देखते अधिकारी एसडीएम कप्तानगंज को आस पास के ग्राम सभा की जमीन और बंजर और खाली जमीनों की सूची बनाने की बात कही. डीएम ने इस दौरान ताल पर मत्स्य पट्टे की भी जानकारी ली. निरीक्षण के दौरान उपस्थित ग्राम प्रधान से प्रवासी पक्षियों का ताल में आगमन, झील के आसपास मेला, धार्मिक पूजा आदि की भी जानकारी ली गयी. इस दौरान ताल में पानी की गहराई की भी माप करवाई गयी.
डीएम रमेश रंजन और सीडीओ गुंजन द्विवेदी समेत कई अधिकारियों ने किया ताल का निरीक्षण उक्त क्षेत्र के विकास हेतु डीएम ने डीसी मनरेगा को टीम लगाकर मिट्टी का कार्य तत्काल शुरू कराने तथा ताल के आसपास पार्क, घाट आदि बनाने को निर्देशित किया. जिला पंचायतराज अधिकारी के ने मौके पर उपस्थित रह कर कार्य कराने हेतु मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया. इस दौरान उप जिलाधिकारी कप्तानगंज, डीसी मनरेगा, खंड विकास अधिकारी, श्रम प्रवर्तन अधिकारी, सहित अन्य सम्बंधित विभाग के लोग मौजूद रहे.
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