कुशीनगरः सोहगीबरवा महराजगंज और कुशीनगर के खड्डा इलाके के बीच से गुजर रही छोटी गंडक नदी में गैंडा देखा गया. नेपाल के चितवन के जंगलों से भटककर बिहार बाल्मीकिनगर टाइगर रिजॉर्ट में अपना आशियाना बना चुका गैंडा, इन दिनों उत्तर प्रदेश के खड्डा इलाके में दहशत का पर्याय बना हुआ है. खड्डा-सिसवां मार्ग पर विशालकाय गैंडे को देख ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. इलाके के लोगों ने वन विभाग से इसे पकड़वा कर जंगल भेजने की मांग की है.
कुशीनगर के रिहायशी इलाके में दिखा गैंडा, दहशत में लोग - बिहार बाल्मीकिनगर टाइगर रिजॉर्ट
सोहगीबरवा महराजगंज और कुशीनगर के खड्डा इलाके के बीच से गुजर रही छोटी गंडक नदी में गैंडा देखा गया. नेपाल के चितवन के जंगलों से भटककर बिहार बाल्मीकिनगर टाइगर रिजॉर्ट में अपना आशियाना बना चुका गैंडा, इन दिनों उत्तर प्रदेश के खड्डा इलाके में दहशत का पर्याय बना हुआ है.
बिहार के विटीआर जंगल से भटक कर खड्डा-सिसवां मार्ग पर सोमवार से ही रामपुर गोनहा रेलवे क्रासिंग पार अहिरौली गांव के पास सड़क पर एक विशालकाय गैंडे को देखकर राहगीर सहम गये. लखुआं निवासी बद्रीनाथ तिवारी ने इसे देखकर अपनी गाड़ी पिछे कर ली. सड़क पर चल रहे कई वाहन गैंडे को देखकर दहशत में आ गए. सभी ने वाहन किनारे कर उसके हटने का इंतजार किया. इसके बाद ही आगे बढ़े. गैंडे को चहलकदमी करते महराजगंज का निचलौल व कुशीनगर के खड्डा रेंज के बीच देखा गया है. इसलिए खड्डा क्षेत्र के ग्रामीण रामप्रकाश चौधरी, अजमेर अली, महंथ कुशवाहा, जमालुद्दीन अंसारी ने वन विभाग से इसे पकड़वा कर जंगल भेजने की मांग की है.
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इस संबंध में रेंजर खड्डा वीके यादव ने कहा है गैंडे के बारे में सर्च कराई जा रही है. लोगों से सतर्कता के लिए अपील की गई है. बहरहाल उक्त इलाका निचलौल रेंज में है इसलिए वन रेंज निचलौल को भी सूचना किया जा रहा है, अगर गैंडे को कोई डिस्टर्व नही करता है, तो वो अपने स्थान वापस चला जायेगा. ठण्ड में कभी-कभी वे अपना रास्ता भटक जाते हैं. चुकीं गैंडा शाकाहारी होता है, इसलिए उससे जान का खतरा कम होता है. हमारी टीम मानिटरिंग कर रही है, ताकि उसे जंगलों में वापस भेजा जाए.