कुशीनगर: जिले के फाजिलनगर कस्बे में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की पड़ताल में कई खामियां नजर आई है. स्वास्थ्य केन्द्र पर मरीज बेहाल दिखे वहीं दवा की साफ तौर पर कमी भी दिखी. लेकिन प्रभारी चिकित्सक सवालों के जवाब के क्रम में तत्काल दवा मंगवाने की बात कह कर अपना बचाव करते नजर आए.
कुशीनगरः बिना डॉक्टर और दवाई के कैसे होगा मरीजों का इलाज - patients are not getting facilities at kushinagar hospital
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विभागीय अव्यवस्था के कारण बदहाल पड़ा है. स्वास्थ्य केन्द्र में पड़ताल के दौरान दवाओं की भारी कमी दिखी. जिसमें लगभग 43 दवाओं के आगे साफ तौर पर नहीं होने की बात लिखी मिली.
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अस्पताल में लड़खड़ाती स्वास्थ्य सेवाएं.
अस्पताल में लड़खड़ाती स्वास्थ्य सेवाएं.
मरीजों को नहीं मिल रही सुविधाएं
- सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विभागीय अव्यवस्था के कारण खुद ही बदहाल हो गया है.
- स्वयं जिम्मेदारों ने दीवारों पर अंकित दवाओं में से ज्यादातर के नहीं होने की बात लिख रखी है.
- अस्पताल की दीवार पर कुल 84 दवाओं के नाम अंकित किए गए हैं.
- ईटीवी भारत की पड़ताल के दौरान उनमें से 43 दवाओं के आगे साफ तौर पर नहीं होने की बात लिखी मिली.
- इलाज कराने आए मरीजों ने बताया कि डॉक्टरों के बैठने का कोई समय नहीं है.
- अस्पताल में कई घण्टे परेशान होने के बाद जब डॉक्टर मिले तो उन्होंने बाहर से जांच और अल्ट्रासाउंड कराने की बात कही.
मरीजों की परेशानी के साथ-साथ अस्पताल में दवा की बड़े पैमाने पर कमी दिखी. इस बाबत जब ईटीवी भारत ने सीएचसी प्रभारी डॉ. यूएन गुप्ता से बात की तो उन्होंने सब ठीक होने का दावा किया. उन्होंने जल्द ही दवा उपलब्ध कराने की बात भी कही, लेकिन कैमरा बन्द होते ही वो खबर को ही नहीं चलाने की बात कहने लगे.