कुशीनगर:जिले के तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में एपी तटबन्ध पर नारायणी नदी का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी तटबंध के नजदीक रेता क्षेत्र में कुछ ही महीने पहले नदी की धारा को मोड़ने के लिए केन्द्र सरकार ने लगभग सात करोड़ की परियोजना स्वीकृत किया था, लेकिन नदी ने इस बार फिर आबादी की ओर मुख मोड़ दिया है.
कुशीनगर: मंडरा रहा बाढ़ का खतरा, नहीं हुई बांध बचाव की कोई योजना स्वीकृत - कुशीनगर की खबरें
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में जिले के तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में एपी तटबन्ध पर नारायणी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. सिंचाई विभाग बाढ़ खण्ड के अवर अभियन्ता रमेश धर द्विवेदी ने स्वीकार किया कि इस बार प्रदेश सरकार से बांध बचाव की कोई योजना स्वीकृत नहीं हुई.
लोगों पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा.
इलाके में बाढ़ का खतरा-
- एपी तटबन्ध पर नारायणी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है.
- कुछ ही महीने पहले नदी की धारा को मोड़ने के लिए केन्द्र सरकार ने परियोजना स्वीकृत की थी.
- इस परियोजना में करीब सात करोड़ की लागत लगी थी.
- लेकिन नदी ने इस बार फिर आबादी की ओर मुख मोड़ लिया है.
- आसन्न खतरे के बीच बाढ़ विभाग ने बांध को बचाने का दावा भी किया है.
बन्धे पर फ्लड फाइटिंग के काम देख रहे सिंचाई विभाग बाढ़ खण्ड के अवर अभियन्ता रमेश धर द्विवेदी ने स्वीकार किया कि इस बार प्रदेश सरकार से बांध बचाव की कोई योजना स्वीकृत नहीं हुई. केन्द्र सरकार की योजना से काम तो हुआ, लेकिन उसका असर कुछ भी नहीं हुआ. इसके बावजूद उन्होंने बांध को बचाने की बात कही.