कुशीनगर: बाल्मीकि नगर बैराज से ज्यादा पानी छोड़े जाने पर नारायणी नदी का पानी नारायणी नदी पार के 6 गांवों में घुसना शुरू कर दिया है. इससे लोगों में दहशत फैल गई है. वहीं, जिलाधिकारी कुशीनगर और पुलिस अधीक्षक कुशीनगर ने कटान हो रहे गांव महादेवा का निरीक्षण कर एसडीएम खड्डा को कम्युनिटी किचन शुरू करने और बाढ़ शरण स्थल तैयार कराने का निर्देश दिया.
बताते चलें कि बाल्मीकि नगर बैराज से मंगलवार शाम पानी का डिस्चार्ज 276000 क्यूसेक होने के कारण रात में नारायणी नदी का पानी किसानों की फसलों को बर्बाद करते हुए मरिचहवा दक्षिण टोला, बसंतपुर, शिवपुर, नारायनपुर, हरिहरपुर, शाहपुर और विंध्याचलपुर गांव में घुस गया. लोगों के घरों में घुटने तक पानी भरा हुआ है. लोगों को खाना बनाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
नारायणपुर गांव में समरजीत, विनोद बीन, शिव बीन, महंत बीन, हीरालाल महतो सहित कई लोगों के घरों में पानी भर गया. शिवपुर में सीताराम, गुलजारी देवी, मुसहर, हीरालाल यादव, जैतून निशा, सुभावती देवी, बुद्धि राम, प्रभु चमार, विनोद सहित कई लोगों के घरों में पानी भरने से परेशानी हो गई है. मरिचहवा में सवरु, छांगुर, लालू, राधेश्याम, हरेंद्र, अमिका, कौशल्या, विनोद सहित कई लोगों के घरों में पानी भर गया. लोगों का कहना था कि यही हमारे भाग्य की नियत है. 3 महीने बरसात के मौसम में हम लोगों को कष्ट तो झेलना ही पड़ता है. नदी फसलों को भी बहा ले जा रही है. लोगों ने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल के नेताओं ने सुधि नहीं ली है. एसडीएम भावना सिंह ने ग्राम सचिव, लेखपाल और राजस्व निरीक्षक की टीम को लगाया है.