कुशीनगर: जिले के खड्डा तहसील के भुजौली खुर्द गांव के विद्यालय में बने क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे पांच लोगों में से एक ने दलित महिला प्रधान के हाथों का खाना नहीं खाने की बात कर सनसनी मचा दी. इस बात की सूचना अस्पतालों के औचक निरीक्षण पर निकले कुशीनगर के सांसद को मिली तो वे सीधे दलित प्रधान के घर पहुंचे. सांसद ने सबके साथ घर के आंगन में बैठकर भोजन कर पूरे समाज को एक बड़ा संदेश दिया.
युवक ने छुआछूत के आधार पर नहीं किया भोजन
बता दें कि खड्डा क्षेत्र में भुजौली खुर्द प्राथमिक विद्यालय इन दिनों आइसोलेशन केन्द्र बना हुआ है. बाहर से लौटने वाले 5 लोगों को इस केंद्र में आईसोलेट किया गया है. इन्हीं 5 लोगों में भुजौली खुर्द गांव के ही एक अल्पसंख्यक समाज का व्यक्ति था. सूचना के मुताबिक भुजौली खुर्द की अनुसूचित वर्ग से आने वाली महिला ग्राम प्रधान लीलावती और उनके पति सुभाष गौतम जब इनके लिए भोजन लेकर गए तो चार लोगों ने भोजन कर लिया, लेकिन युवक ने छुआछूत के आधार पर भोजन करने से मना कर दिया. इसके बाद भी लोगों ने युवक से भोजन करने के लिए निवेदन किया, लेकिन उसने भोजन नहीं किया. युवक अपने घर से भोजन मंगा कर खाता रहा.