कुशीनगर: जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्था का जाल तो हर इलाके में बिछा हुआ है, ताकि मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होती रहें. वहीं, जिले के गोरखपुर सीमा से सटे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवतहा (सुकरौली) और हाटा पर उपकरणों का अभाव है. इस कारण यह केंद्र सिर्फ दिखावा साबित हो रहे हैं.
हाटा में पेट के मरीजों के लिए अल्ट्रासाउंड मशीन की कमी और सुकरौली (देवतहा) में एक्स-रे मशीन के लिए जनप्रतिनिधियों ने पहल की. विभाग को पैसे भी दे दिए, लेकिन विभाग उपकरण खरीद की प्रक्रिया का हवाला देकर अपनी जिम्मेदारी से बच लेता है. इसके कारण मरीजों से प्राइवेट में इन जांचों के नाम पर मनमाने पैसे वसूले जाते हैं.
जिले के गोरखपुर सीमा के समीप सुकरौली बाजार से दो किलोमीटर दूर देवतहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बिल्डिंग है. हाटा विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक पवन केडिया ने इसे गोद भी लिया. इसमें लोगों के लिए ओपीडी और इमरजेंसी इलाज के लिए सरकारी सेवाएं निशुल्क उपलब्ध होने की बातें की जाती हैं, लेकिन यहां का आलम कुछ और ही है. इस CHC में हड्डी के जानकार डॉक्टर हैं, एक्स-रे टेक्नीशियन की भी तैनाती कर दी गई, कमरा भी निर्धारित कर दिया गया, लेकिन उस पर लगे ताले कभी खुले ही नहीं, क्योंकि एक्स-रे मशीन के बिना इनकी उपलब्धता के बाद भी लोगों को कोई लाभ नहीं.
तीमारदार राकेश गौतम ने बताया कि एक्स-रे की सुविधा नहीं होने से उनको पहले तीन किमी सुकरौली जाना पड़ा, वहां प्राइवेट में एक्स-रे कराकर आया हुं. अगर यह सुविधा होती तो भटकना नहीं पड़ता. राजाराम ने बताया कि बच्ची का पैर टूट गया. इसके बाद यहां डॉक्टर अच्छे होने की बात पता चली, लेकिन एक्स-रे के लिए 7 किमी दूर जाना पड़ा. यहां मशीन लग जाती तो सबको लाभ होता.