मेले में रात भर खुलेआम बिकती रही शराब. कुशीनगर: जनपद में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बांसी नदी के तट पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. यहां कार्यक्रम में यूपी और बिहार के लाखों श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार बांसी नदी में एक डुबकी लगाने से काशी में सौ बार जाकर स्नान-ध्यान करने का लाभ मिलता है. श्रद्धालुओं के लिए योगी सरकार और पडरौना विधायक मनीष जयसवाल ने घाट पर श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क भोजन और ठहरने की व्यवस्था भी कराई है, लेकिन यहां सरकारी ठेका खोलकर धड़ल्ले से रातभर शराब बेची जाती रही. इस मामले में आबकारी के अधिकारियों ने जानकारी न होने की बात कही है.
मेले में खुलेआम बिकती रही शराब.
बांसी नदी में नहाने की है मान्यता
उत्तर प्रदेश के काशी में अपने जीवन के अंतिम दिन बिताने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है. वहां गंगा नदी में स्नान करने से व्यक्ति पुण्य का भागीदार होता है और उसे जीवन के समस्त अवरोधों से मुक्ति मिलती है, लेकिन कुशीनगर जिले से होकर बहने वाली बांसी नदी में ये मान्यता लंबे समय से चली आ रही है कि 100 बार काशी के बराबर एक बार बांसी नदी में स्नान करने से पुण्य मिलता है.
कुशीनगर का कार्तिक पूर्णिमा मेला. जंगलों से घिरा हैं क्षेत्र
मान्यता है कि कुशीनगर जिले के जंगल सिंघापट्टी गांव से होकर गुजरने वाली बांसी नदी के किनारे भगवान राम ने माता सीता और बारातियों संग रात बिताई थी. इस मान्यता के मुताबिक भगवान राम ने त्रेता युग में जनकपुर में माता सीता से विवाह के बाद अयोध्या के लिए रुख किया था. बांसी पहुंचते-पहुंचते दिन ढ़लने लगा था. यह प्रसिद्ध देवरण्य क्षेत्र जंगलों से घिरा था और जंगली जानवरों का बसेरा भी था. यहां जंगली जानवर खुले रूप से विचरण करते थे. इस वजह से भगवान राम की बारात लौटत समय सुरक्षा की वजह से यहीं रुक गयी थी. यहां भगवान श्री राम ने रात्रि विश्राम किया था.
कार्तिक पूर्णिमा मेले में श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क भोजन और ठहरने की व्यवस्था की गई. भगवान श्री राम ने घाट पर किया था स्नान
मान्यता के अनुसार रात्रि में विश्राम करने के बाद भगवान श्री राम ने यहां बांसी नदी के तट पर स्नान किया और शिवलिंग बनाकर पूजा की. इसके बाद से इस घने जंगल में स्थानीय लोगों ने पूजा अर्चना शुरू कर दी. तब से इस घाट पर यूपी और बिहार से कार्तिक पूर्णिमा के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. यहां बांसी नदी के घाट पर स्नान करने के बाद शिव मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं. यहां पर एक भव्य मेले का आयोजन भी किया जाता है. साथ ही मेले में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं.
बांसी का यह क्षेत्र भगवान राम और उनसे जुड़े संस्मरण विभिन्न समय, काल और स्थान से जुड़ा है. इसलिए पवित्र मेले में दूर दराज से आये श्रद्धालुओं के लिए योगी सरकार और क्षेत्रीय विधायक मनीष जयसवाल ने निःशुल्क रहने की व्यवस्था और भंडारे का प्राविधान किया है.
रात भर बिकती रही शराब, वीडियो आया सामने
इस पवित्र बांसी नदी में कार्तिक पूर्णिमा पर सरकारी शराब की दुकान को खोला गया था. आरोप है कि यहां शराब की बिक्री उसके दामों से अधिक ली जा रही थी. इसके अलावा यहां रात भर शराब का ठेका खुला रहा. जिसका वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में शराब की दुकान में लोग लाइन लगाकर शराब खरीद रहे हैं. इस पूरे मामले में कुशीनगर आबकारी अधिकारी ज्ञानेंद्र पांडेय ने बताया कि उन्हें ऐसे कोई जानकारी नहीं मिली है. जानकारी मिलने पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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