कुशीनगर: जिले में सोमवार को हुई दो हत्याओं की कहानी आपस में उलझती नजर आ रही है. बिहार में काम करने वाले शिक्षक की हत्या के बाद भीड़ ने आरोपी युवक को पीट-पीटकर मार डाला था. वह गोरखपुर के नंदानगर दरगहिया का निवासी था. पुलिस के अनुसार वह कोई पेशेवर बदमाश नहीं, बल्कि इसी वर्ष 12वीं पास करने वाला छात्र आर्यमन यादव है. सूचना के मुताबिक आरोपी युवक अपने साथ पढ़ने वाली एक लड़की के जन्मदिन पर बधाई देने उसके गांव अपने एक दोस्त के साथ पहुंचा था.
सैनिक कुञ्ज गोरखपुर के रहने वाले प्रापर्टी डीलर उमेश यादव का छोटा बेटा आर्यमन यादव सुबह पिता के टहलने जाने के बाद अपनी मां से जिम जाने की बात कह कर घर से निकला था. निकलते समय घर में रखी, अपने पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर भी उसने चुपके से अपने पास रख ली और स्कूटी लेकर निकल गया.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सैनिक कुंज में रहने वाले कुशीनगर की एक लड़की से युवक का प्रेम प्रसंग चल रहा था. सोमवार को लड़की का जन्मदिन था. वह परिवार के साथ कुशीनगर स्थित अपने गांव चली गई थी. परिजनों के अनुसार आर्यमन ने रविवार देर रात तक उस लड़की से बातचीत कर उसे जन्मदिन की बधाई दी थी. सुबह जब आर्यमन निकला, तो मां अनिता देवी ने उससे पूछा, लेकिन आर्यमन बहाना बनाकर घर से निकल गया.
पुलिस ने अभी जांच को सार्वजनिक नहीं किया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार युवक की हत्या मॉब लिंचिंग में की गई. वह घर से स्कूटी से निकला था और रास्ते में अपने एक दोस्त को साथ ले लिया. वह कुशीनगर के तरयासुजान थाना क्षेत्र के रामपुर बंगरा पहुंचा था. इस दौरान उसने लड़की के चाचा की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
इसके बाद मौके पर मौजूद भीड़ ने आरोपी युवक को पीट-पीटकर मार डाला था. वहीं बताया जाता है कि घटना के बाद युवक का साथी मौके से फरार हो गया. पुलिस अभी घटना की कई बिंदुओं पर जांच कर रही है.