वाराणसी/लखनऊ/कुशीनगर(ईटीवी भारत डेस्क):यूपी के कई जिलों में छठ पूजा का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. आज पूरे दिन नदियों व जलाशयों के घाटों पर लोगों की भीड़ उमड़ी रही. महिलाओं ने अपने परिवार के साथ सज-धजकर विधि-विधान से अस्ताचलगामी सूर्य को छठ पर्व के तीसरे दिन का अर्घ्य दिया. भगवान भास्कर और छठी मैया की आराधना का यह पर्व डाला छठ 4 दिनों का पर्व माना जाता है. पहले 2 दिन कद्दू भात, नहाए खाए और खरना जैसी मान्यताओं को पूरा करते हुए व्रत करने वाली महिलाएं और पुरुष 2 दिन छठ के इस कठिन व्रत को रखते हैं. पहले दिन अस्त होते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर इस व्रत को आगे बढ़ाकर दूसरे दिन सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है.
बनारस के घाटों पर दिखी छठ पर्व की अद्भुत छटा
छठ के पावन पर्व पर गीतों के साथ व्रती महिलाओं ने अस्त होते भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर पहला अनुष्ठान पूरा किया. अब कल सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर महिलाएं अपने इस कठिन व्रत को पूरा कर भगवान भास्कर की आराधना के साथ अगले साल फिर से इस कठिन व्रत को उठाने का संकल्प लेकर आगे बढ़ेंगी. छठ पूर्व के मौके पर वाराणसी के घाटों पर अद्भुद छटा देखने को मिली.
छठ पूजा पर वाराणसी के 84 घाटों की लंबी श्रंखला के हर घाट पर लोगों की भारी भीड़ दिखाई दी. अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट, मणिकर्णिका घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट समेत अन्य घाटों पर पूरी तरह से छठ की अद्भुत छटा देखने को मिली. इसके अतिरिक्त बनारस लोकोमोटिव वर्कशॉप स्थित सूर्य सरोवर पर भी भारी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी.
छठ पूजा कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम योगी, दी शुभकामनाएं
लखनऊ के गोमती नगर घाट पर शुक्रवार को अखिल भारतीय भोजपुरी समाज ने छठ पूजा का आयोजन किया. कार्यक्रम में सीएम योगी, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, मेयर संयुक्ता भाटिया, चीफ सेक्रेटरी दुर्गा शंकर मिश्रा, प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात सहित कई अधिकारी व अन्य प्रमुख लोग उपस्थित रहे. इस मौके पर सीएम योगी ने छठ पर्व की सभी को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि आप सबको छठ पूजा की हृदय से बधाई देता हूं, मंगलकामना करता हूं.
सीएम योगी ने कहा कि छठ लोक आस्था का पर्व है, पूरा समाज इससे जुड़ता है. यह पर्व त्यौहार सामूहिकता का दर्शन है. छठ जैसे पर्व एक आदर्श उदाहरण हैं, जो 4 चरण में होता है. इस पर्व पर अंतः और बाह्य शुद्धि होती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जल से अर्घ्य दिया जाता है. उन्होंने कहा कि भोजपुरी समाज देश-दुनिया में, जहां भी है. वहां छठ पर्व मना रहे हैं, नहाय खाय से शुरू होकर खरना फिर अस्तांचल सूर्य के साथ कल उगते सूर्य को उपासना करने से सम्पन्न होगा.