कुशीनगर: जिले के दुदही क्षेत्र में नारायणी नदी के कारण अमवा खास बंधे पर हो रहे कटान में हालांकि कमी आयी है, लेकिन इसके बावजूद अभी भी आस-पास के लोगों को बांध टूटने का खतरा सता रहा है. इस भय से कुछ लोग अपने सामानों के साथ पलायन भी कर रहे हैं. वहीं खतरे को देखते हुए बाढ़ बचाव विभाग ने बंधे को बचाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.
कुशीनगर में बाढ़ से लोग भयभीत.
दुदही विकास खंड क्षेत्र में अमवा खास बंधे पर पिछले एक हफ्ते से हो रहे नारायणी नदी के तेज कटान से आस-पास के दर्जनों गांवों के लोगों के बीच भय है. हालांकि, नदी में जलस्तर काफी कम हो गया है, लेकिन फिर भी बंधे पर कटाव से लोग परेशान हैं.
स्थानीय लोगों ने कही ये बातें-
कटान स्थल के ठीक सामने पड़ने वाले लक्ष्मीपुर गांव के प्रधान अशर्फी यादव ने ईटीवी भारत से कहा कि खतरा अभी बना दिख रहा है. साथ ही उन्होंने सिंचाई विभाग पर सामानों की आपूर्ति समय से सुनिश्चित नहीं करने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि यदि बांध कट गया तो 10 किमी दूर सेवरही चीनी मिल तक बड़ी तबाही होगी.
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बंधे के कटान की गंभीरता को देखते हुए बीते तीन दिन से मौके पर कैंप कर रहे बाढ़ खण्ड, गोरखपुर के अधीक्षण अभियंता केके राय ने कहा कि पूरा विभाग मुस्तैदी से जुटा हुआ है. बोल्डर आदि नजदीक नहीं रखा जा सकता था. इस कारण उसे लाने में थोड़ा समय लगा. उन्होंने कहा कि बंधे को पूरी ताकत से बचाने में हम लोग लगे हैं.