कुशीनगर में आग लगने के बाद का मंजर कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के पडरौना तहसील अंतर्गत पिपरासी गांव में मंगलवार को अपरान्ह लगभग एक बजे शॉर्ट सर्किट से लगी आग में आसपास के गांवों के करीब 35 किसानों की सैकड़ों एकड़ गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई. घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर महात्मा सिंह व कसया एसडीएम कल्पना जायसवाल ने पीड़ितों को सरकारी सहायता उपलब्ध कराने का भरोसा दिया है.
मिली जानकारी के मुताबिक क्षेत्र के पिपरासी गांव के पश्चिम में मंगलवार को अचानक खेतों में खड़ी गेहूं की फसलों में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई. कुछ ही पलों में आग ने विकराल रूप ले लिया और खेतों में खड़ी गेंहू की फल धू-धू कर जलने लगी. अचानक खेतों में लगी आग से ग्रामीणों के होश उड़ गए और जो जिस हालात में था, उसी हालत में खेतों की तरफ दौड़ पड़ा. इसी दौरान किसी ने इसकी सूचना कुबेरस्थान पुलिस को दे दी.
खेतों में लगी आग को देखकर आसपास के गांव के लोग भी आग को बुझाने के लिए दौड़ पड़े लेकिन देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया था. ग्रामीणों की सूचना पर घण्टों देरी से पुलिस व अग्निशमन विभाग के लोग मौके पर पहुंचे. तब तक नरईपुर मठियां, पिपरासी, बढ़वलिया खुर्द, बढ़वलिया बुजुर्ग सहित लगभग गांवों के किसान अनिल तिवारी, त्रियुगी तिवारी, जितेंद्र मणि, दिनेश, कमलेश, शैलेश, कन्हैया तिवारी, महंथ तिवारी, किशनाथ, मंतोष पांडेय, अरविंद, हरेंद्र, सर्वदा, जंगी, दिनेश, बृजेश, गोपीनाथ, पूर्णवासी आदि करीब 33 किसानों के खेतों में खड़ी लगभग 50 एकड़ गेहूं की फसल जलकर राख हो गई थी.
सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर महात्मा सिंह व एडीएम कसया कल्पना जायसवाल ने आग में जली फसल का मुआयना किया और पीड़ित किसानों को सरकारी सहायता दिलाने का भरोसा दिया है. पीड़ित किसानों ने भी अधिकारियों के सामने फसल के नुकसान के बारे में बताते हुए जल्द से जल्द मुआवजा दिलाने की मांग की है.
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