कुशीनगर :एक तरफ पूरा देश रंगों का त्योहार होली पूरे हर्षोल्लास के साथ मना रहा था, तो वहीं जनपद में शराब पीने की जिद में एक युवक ने अपने शरीर में आग लगा ली. आनन-फानन में परिजन उसे लेकर पहले जिला अस्पताल और फिर गोरखपुर मेडिकल कॉलेज ले गए, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी. इस पूरे घटनाक्रम में प्रशासनिक संवेदनहीनता इस कदर थी कि डॉक्टरों ने शव का पोस्टमार्टम तक जरूरी नही समझा.
मिली जानकारी के मुताबिक, जटहां बाजार थाना क्षेत्र के चिरगोड़ा गांव में होली के दिन एक शराबी युवक के उत्पात से लोग परेशान हो गए. गांव के लोगों के अनुसार, 22 वर्षीय रामेश्वर गुप्ता अक्सर शराब के नशे में उत्पात किया करता था. होली के दिन उसका अपनी पत्नी से शराब पीने की बात पर विवाद हो गया. युवक ने पहले तो उसे जमकर पीटा, फिर अपनी पत्नी और एक महीने की बच्ची को जान से मारने का प्रयास किया. पत्नी इसी बीच बच्ची को लेकर घर से बाहर भाग गई तो उसने कमरे को अंदर से बन्द कर एक रजाई को मिट्टी के तेल से भिंगोकर अपने को उसमें लपेटने के बाद आग लगा ली.
डॉक्टरों ने शव का नहीं किया पोस्टमार्टम