कुशीनगर: जिले में शनिवार को जिला विकास एवं निगरानी समिति की बैठक हुई. कलेक्ट्रेट सभागार में हुए इस बैठक में सह अध्यक्ष के रूप में देवरिया के सांसद भी मौजूद रहे. इस बैठक में भारत सरकार की योजनाओं की विभागवार समीक्षा हुई. बैठक के बाद जनप्रतिनिधियों ने अपनी नाराजगी भी जाहिर की.
जिला विकास एवं निगरानी समिति की बैठक. बैठक में विभागवार समीक्षा के दौरान खास तौर पर स्वच्छता अभियान, रोजगार मेला, गरीबों को मुफ्त दिए जा रहे विद्युत कनेक्शन और किसानों से संबंधित समस्याओं पर चर्चा हुआ. जिले को ओडीएफ घोषित किए जाने पर सवाल खुद सत्ता पक्ष के विधायकों ने खड़ा किया और जवाब मांगा.
ये भी पढ़ें-हर भारतीय के हितों की रक्षा करना हमारी प्राथमिकता: पीएम मोदी
भारतीय जनता पार्टी के कुशीनगर विधानसभा सीट से विधायक रजनीकांत मणि ने कहा कि जनता की समस्याओं को अधिकारियों तक पहुंचाने का काम जनप्रतिनिधियों का है. यदि उसके बाद हमारी बात नहीं सुनी जाएगी तो इस विषय को उचित जगह रखा जाएगा.
दिशा की बैठक में स्वच्छता अभियान पर प्रश्न खड़ा करने वाले रामकोला क्षेत्र से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक रामानन्द बौद्ध ने कहा कि पूरे जिले मे स्वच्छता अभियान के तहत 50 प्रतिशत कार्य हुआ, लेकिन आंकड़ेबाजी में जिले को ओडीएफ घोषित करा दिया गया है.