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कुशीनगर में खेल मैदान चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट, सभी मानकों को ताक पर रखकर हो रहा बाउंड्री का निर्माण

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Published : Dec 31, 2022, 4:00 PM IST

कुशीनगर के गांव में निर्माणाधीन खेल मैदान भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है. जिसमें बजरी की जगह ईंट से की गिट्टी से नींव को भरा जा रहा है. ग्रामीणों ने इस घटिया निर्माण की शिकायत की है.

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जिलाधिकारी रमेश रंजन और BDO मोहम्मद जफर ने दी जानकारी

कुशीनगर: जिले में ग्रामीणों को स्वस्थ्य बनाने के लिए खेल मैदान का निर्माण कराया जा रहा है. भष्टाचारियों ने ग्राउंड की बाउंड्री के निर्माण कार्य में सभी मानकों को दरकिनार कर दिया है. यह मामला विकासखंड हाटा का है.

जिले के बड़हरा गांव में निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. गांव में करीब 25 लाख रुपयों की लागत से खेल मैदान का निर्माण कराया जा रहा है. वहीं, ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राउंड की बाउंड्री में सही मटेरियल का उपयोग नहीं किया गया है. सभी मानकों को ताक पर रखकर निर्माण कार्य किया जा रहा है. इसकी शिकायत लोगों ने वीडियो साक्ष्य के साथ ग्राम विकास अधिकारी के साथ डीएम और सीडीओ से की हैं. मामले में अधिकारियों ने जांच कराने की बात कही है.

खेल मैदान के निर्माण में गिट्टी की जगह ईंट के चूरे का इस्तेमाल किया जा रहा है

सरकार द्वारा शुरू की गई गावों में खेल मैदान बनाने की योजना को लेकर कुशीनगर डीएम रमेश रंजन काफी गंभीर हैं. उन्होंने गावों में बनने वाले खेल मैदान को लेकर एक कार्यक्रम में कहा था कि मनरेगा के तहत हमने खेल के मैदान बनवाने का काम शुरू कराया है. इससे गांव के युवाओं को खेलने का सही स्थान मिल सके. लेकिन, कुशीनगर जिले के हाटा ब्लॉक के बड़हरा गांव के अंदर बन रहे खेल मैदान को लेकर जिम्मेदार भृष्टाचार में जुड़े है. ग्रामीणों ने वीडियो देते हुए बताया कि जो ईंट बाउंड्री बानने के लिए लगाई जा रही है उसकी क्वालिटी बेहद निचले स्तर की है. इतना ही नहीं बाउंड्री के निर्माण के लिए नींव भी नहीं खोदी गई. ग्राउंड बनाने के नाम पर केवल खानापूरी हो रही है. जिस कलम (सरिया के साथ बीम) में गिट्टी की जगह ईंट को ही फोड़कर डाला जा रहा है. उसके लिए सरकार द्वारा करीब 25 लाख रुपये भेजे गए हैं. लेकिन, भ्रष्ट लोगों ने यह रकम भी खपा ली है. वहीं, हाटा खंड विकास अधिकारी मोहम्मद जफर ने कहा कि ग्रामीणों ने शिकायत की है. उसके बाद उन्होंने तुरंत पंचायत सचिव को फोनकर जांच की आख्या मांगी है.

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