कुशीनगरः13 साल पहले घोषित जिले के पनियहवा से तमकुही को जोड़ने वाली रेल परियोजना अधर में लटकी पड़ी है. तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव द्वारा 20 फरवरी 2007 को जिले के छितौनी इंटर कॉलेज में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में इस परियोजना का शिलान्यास किया गया था. 62.5 किमी. लम्बी इस परियोजना का कुछ काम भी शुरू हुआ लेकिन फिलहाल जमीन पर कुछ होता नही दिख रहा है.
वर्ष 2007 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने कुशीनगर के छितौनी कस्बे में रेलवे बोर्ड द्वारा स्वीकृत छितौनी-तमकुहीरोड रेल मार्ग की इस परियोजना का जब शिलान्यास किया था. इस दौरान विभाग ने बताया था कि पनियहवा से छितौनी होते हुए रेल लाइन नारायणी नदी के किनारे होते हुए बिहार प्रांत के मधुबनी, धनहा, खैरा टोला होकर गुजरेगी. इसके बाद फिर कुशीनगर के तमकुहीरोड रेलवे स्टेशन पर ये कप्तानगंज-थावे रेल लाइन में मिल जाएगी.
तमकुही रेल परियोजना शिलान्यास के बाद इस पिछड़े इलाके में भी विकास की उम्मीदें बढ़ गई थीं. यूपी से बिहार को जोड़ने वाली इस परियोजना पर अगर तेजी से काम कराया गया होता तो आज इस मार्ग से रेलवे की मुनाफा तो होता. इसके साथ ही छितौनी, पनियहवा जैसे छोटे जगहों का भी विकास हो गया होता.
-विश्वनाथ यादव, पूर्व प्रधान- छितौनी
इस रेल परियोजना के पूरा होने से यूपी के साथ ही बिहार के एक बड़े हिस्से के उन लोगों तक विकास की रोशनी पहुंचती. जिन्होंने बाढ़ के अलावा कुछ देखा ही नहीं है.
-उर्मिला देवी, प्रधान-बुलहवा
एक लम्बी लड़ाई के बाद किसी तरह सर्वे शुरू हुआ था लेकिन सब कुछ होने के बाद मामले को ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया. परियोजना को जमीन पर उतारने के बाद यूपी -बिहार के लाखों लोग लाभान्वित होते.
-श्याम सुंदर विश्वकर्मा, अध्यक्ष-तमकुहीरोड नगर पंचायत