कुशीनगर: जनपद में पुलिस ने तेरह सदस्यों की एक टीम के साथ तीन पशु तस्करों को पकड़ने का दावा किया था. इस मुठभेड़ में दो पशु तस्करों के पैरों में गोली लगी थी. जबकि तीसरा दौड़ाकर पकड़ा गया था. दोनों घायल पशु तस्करों पुलिस ने अपने कंधों के सहारे गाड़ी में बैठाकर सीएचसी लेकर पहुंची थी. लेकिन पुलिस की लापरवाही उस समय उनकी परेशानी में बदल गयी. जब पुलिस के जवानों के बीच से एक आरोपी देर रात में ही पुलिस कस्टडी से फरार हो गया.
जानकारी के अनुसार रयासुजान थाना क्षेत्र मेंन शनिवार की सुबह पुलिस और पशु तस्करों के बीच मुठभेड़ में दो पशु तस्करों के पैरों में गोली लगी थी. इस मुठभेड़ में थाना तरयासुजान पुलिस के साथ थाना पटहेरवा व स्वाट टीम कुशीनगर एवं सर्विलांस कुशीनगर की संयुक्त टीम द्वारा मुठभेड को अंजाम दिया गया था. जिसमें एक पिकप द्वारा सात गोवंशों को बरामद कर तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया था. जिसमें पुलिस की मुठभेड के दौरान दो पशुतस्कर इमामुल और सलीम के पैर में लगी गोली थी.जिन्हें गिरफ्तार कर इलाज के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया था.
जहां से दोनों को एबुंलेंस से जिला अस्पताल शिफ्ट किया गया था. जहाँ पुलिस की कड़ी निगरानी में उनका देर शाम मजिस्ट्रेटियल बयान दर्ज कराया गया. पशु तस्करों की छुट्टी सर्जन के परीक्षण के बाद आज सुबह होनी थी. इस दौरान उनकी सुरक्षा एवं निगरानी के लिए पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था.
सूत्रों ने बताया कि आरोपी इमामुल शनिवार देर रात में ही पुलिस कस्टडी से फरार हो गया. पुलिस अभिरक्षा से फरार होने के बाद पूरे जिले की पुलिस के साथ अधिकारियों में हड़कंप मच गया. अधिकारी इस मामले में जिम्मेदार जाँच पड़ताल में जुटे हैं. मामले पर कोई भी अधिकारी कुछ बोलने से बच रहा है. इस मामले में जहां पुलिस अधीक्षक धवल जयसवाल ने फोन काट दिया वहीं अपर पुलिस अधीक्षक रितेश सिंह ने फोन नहीं रिसीव किए.