कुशीनगरः सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विजय रथ यात्रा के दूसरे दिन तमकुही राज विधानसभा में जनसभा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कारखाने तक बेच डाले. अब ये किसानों की खाद की बोरी से भी चोरी कर रहे हैं. स्मार्टफोन और टैबलेट देने का वादा करने वाले प्रदेश के बाबा मुख्यमंत्री 4.5 साल से जनता को कौन सी टेबेलट (दवाई) दे रहे थे. इस दौरान उन्होंने मजदूरों, व्यापारियों और किसानों के साथ युवाओं के मुद्दे भी उठाए. उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस को एक जैसी पार्टी बताया.
उन्होंने कहा कि इस विधानसभा में गेंदाबाबू जी के जमाने में संघर्ष हुआ. किसान शहीद हुए पर आज भी किसानों के दर्द को समझने वाली सरकार नहीं बन पाई. यह बाबा की सरकार किसानों को अपमानित करने वाली सरकार है. किसान जो हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, जिस समय महामारी आई तो बड़े से बड़े कारखाने बंद हो गए क्योंकि मजदूर घर चला गया था, सभी लोग घरों में बंद थे, उस समय भी किसान खेत में मेहनत कर रहा था. किसान अगर मेहनत न करता तो न तो हमारे देश की अर्थव्यवस्था बचती और न ही लोगों का पेट भरता.
वह बोले कि उसी किसान के साथ योगी सरकार ने धोखा किया है. खाद और डीजल-पेट्रोल की कीमतें बढ़ा दी. आधुनिक करने की बात कहकर किसानों को घाटे में ला दिया. यह सरकार किसान, लोक और संविधान विरोधी है. किसान आंदोलन कर रहे हैं तो उन पर गृहराज्य मंत्री के बेटे ने गाड़ी चढ़ा दी. जिस दिन किसानों को वोट डालने का मौका मिला तो उसी जीप पर पराजय का झंडा लगाकर भाजपा का सफाया कर देंगे. किसान कुचले गए हैं. अभी तक उन्हें न्याय नहीं मिला है.
उन्होने कहा कि कमाल के हैं बीजेपी के लोग, जो किसानों की खाद की बोरी से भी चोरी कर रहे हैं. वर्तमान में यूपी की सरकार 'फेंकने' वालों की सरकार के साथ बेचने वालों की सरकार है. रेलवे स्टेशन, हवाई जहाज और पानी के जहाज तक बेच दिए. बंदरगाह भी बेच दिए. अब बताइए सब बिकने के बाद रोजगार कहां मिलेगा.
अब बिजली का बिल आता है तो करंट लगता है. इतनी महंगी बिजली इसलिये है क्योंकि बाबा मुख्यमंत्री को बिजली बनानी नहीं आती. वह केवल धुआं उड़ाना जानते हैं. वह बोले कि बाबा सीएम कह रहे हैं कि हम टैबलेट और स्मार्टफोन फोन देंगे. हमें बताए साढ़े चार साल से वह कौन सी टेबलेट दे रहे थे.