कुशीनगर: जनपद मुख्यालय स्थित बुद्धा पार्क में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित सामूहिक विवाह में सभी जाति- धर्म के लोग सोमवार को एक रंग में रंग गये. उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की ओर से संचालित कन्या विवाह सहायता योजना के तहत हुए इस सामूहिक विवाह में 2503 जोड़े एक दूसरे को मालाएं पहना कर हिन्दू और बौद्ध समाज के रीति-रिवाजों पर परिणय सूत्र में बंध गये.
कुशीनगर जिले में वैदिक मन्त्रों के बीच हुए सामूहिक विवाह समारोह में गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महराजगंज जनपद के जोड़ों की शादियां कराई गई, जिसमें 2243 हिन्दू जोड़े, 138 इस्लाम और 122 बौद्ध धर्म को मानने वाले जोड़ों ने एक-दूसरे को मालाएं पहनाकर दाम्पत्य जीवन की डोर में बंधे.
मुख्यमंत्री ने सभी नव दम्पतियों को आशीर्वाद देते हुए उनके सुखमय जीवन की कामना की. इस अवसर पर उन्होंने मंच से तीन मुस्लिम नव दम्पतियों समेत 11 युगलों को प्रमाण पत्र भेंट किया.
कन्यादान को महादान बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सामूहिक विवाह योजना एक सामाजिक क्रांति, आंदोलन व अभियान है. ऐसे आयोजनों से बाल विवाह और दहेज जैसी कुप्रथाओं पर अंकुश लगता है.
मुख्यमंत्री ने सम्बोधन में कहा सामूहिक विवाह के आयोजन से गांव की बेटी सबकी बेटी का भाव भी पैदा होता है. यहां अपना-पराया का भाव समाप्त दिख रहा है. सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का भाव नजर आ रहा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रमिक ही राष्ट्र का निर्माता है, उसके पुरुषार्थ से ही राष्ट्र की नींव मजबूत है. उन्होंने बताया कि सरकार श्रमिकों को दो लाख रुपये सामाजिक सुरक्षा की गारंटी दे रही है.