कौशांबीः सरकार ने महिला किसानों की भागेदारी को बढ़ता देख महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना लागू की. इसमें दावा किया जा रहा है कि 24 राज्य की महिला किसानों ने हिस्सा लिया है. साथ ही सरकार ने 84 नई योजनाओं की मंजूरी भी दी है, लेकिन इन परियोजनाओं का कोई भी असर कौशांबी की महिला किसानों में देखने को नहीं मिल रहा. जिले की महिला किसान आज भी समस्याओं से जूझ रही हैं. महिला किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या खेतों में पानी को लेकर है.
पति की मौत के बाद संभाल रहीं घर और खेती
जिले के मंझनपुर तहसील के मेड़ीपुर गांव की रहने शोभा देवी के पति नथन की मौत शादी के तीन साल बाद ही मौत हो गई. पति की मौत के बाद उनके सामने सबसे बड़ा संकट था अपना और अपने 6 माह के बेटे गोवर्धन के पालन पोषण का. पति की मौत के बाद खुद खेती करना शुरू किया. खेती करके अपना और अपने बेटे का पालन पोषण किया और बेटे को दसवीं तक पढ़ाया.
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