कौशांबी: सरकारी अस्पतालों को सुविधाओं से लैस करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार तमाम कवायद कर रही है. इसके बाद भी सरकारी अस्पताल का प्रबंध इलाज ही नहीं, सुरक्षा में भी हद दर्जे की लापरवाही बरत रहा है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के गृह जनपद कौशाम्बी के सरकारी अस्पतालों की सुरक्षा भी रामभरोसे है. यहां सरकारी अस्पतालों में आग लग जाए तो उसे बुझाने के लिए उचित उपकरण तक नहीं है. न ही विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए कोई व्यवस्था है. अग्निशमन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सरकारी अस्पताल में आग बुझाने के अधिकांश उपकरण खराब हैं.
सरकारी अस्पतालों में खराब पड़े अग्निशमन यंत्र, मौन साधे है सरकारी तंत्र - कौशांबी जिला अस्पताल अग्निउपकरण
कौशांबी जिला अस्पताल में सुरक्षा के मामले में लापरवाही बरती जा रही है. यहां सरकारी अस्पताल में अग्निशमन उपकरण का सही तरीके से रख-रखाव नहीं किया जा रहा है. न ही विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए कोई उचित व्यवस्था ही की गई है. अग्निशमन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सरकारी अस्पताल में अधिकांश उपकरण खराब हैं. ऐसे में यहां के मरीजों की सुरक्षा राम भरोसे है.
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अग्नि सुरक्षा के नहीं हैं पुख्ता इंतजाम
अग्नि सुरक्षा के नहीं हैं पुख्ता इंतजाम
ये बोले अग्निशमन विभाग के अधिकारी
अग्निशमन विभाग के प्रभारी अधिकारी के मुताबिक कौशांबी जिले के 70% से ज्यादा सरकारी अस्पतालों में अग्निशमन उपकरण खराब पड़े हुए हैं. सभी अस्पतालों को नोटिस जारी किया गया है. इसके साथ ही उनसे कहा गया है कि वह उपकरणों को सही कराएं, जिससे किसी भी बड़े हादसे से बचा जा सके. इस बारे में जिले के स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.