कौशांबीःजिले में पुलिस ने 6 लाख रुपये से ज्यादा कीमत के 51 मोबाइल बरामद किए थे. पुलिस ने बरामद किए गए मोबाइलों को उनके मालिकों को वापस कर दिया, लेकिन पुलिस यह नहीं बता सकी की इतनी संख्या में मोबाइल कहां से बरामद किए गए हैं. क्योंकि पुलिस एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं कर सकी है. हालांकि पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उनकी टीम ने यह मोबाइल उनसे बरामद किया है, जिन्हें यह सड़कों में पड़े मिले थे.
जबकि ईटीवी भारत से बात करते हुए एक फरियादी ने बताया कि उसका मोबाइल दो बाइक सवारों ने छीन लिया था. वहीं एक अन्य फरियादी ने बताया कि उसका मोबाइल दुकान से चोरी कर लिया गया था. यहां फरियादियों के मोबाइल भले ही मिल गए हों, लेकिन उन्हें यह नहीं पता चला कि आखिर उनके मोबाइल फोन किसने चोरी किया था. इस आरोपों के बाद पुलिस के इस गुडवर्क में एक बड़ा झोल लगता है.
मोबाइल फोन मिले मालिकों को. बुधवार को जिले के 51 फरियादियों के चेहरे उस समय खिल उठे जब पुलिस ने उन्हें फोन कर उनके चोरी हुए मोबाइल फोन मिल जाने की सूचना दी. इसके साथ ही पुलिस ने उन्हें पुलिस अधीक्षक कार्यालय से बरामद हुए मोबाइल रिसीव करने की बात कही. पुलिस ने बरामद किए गए 51 मोबाइलों को लोगों के सौंपने के लिए एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया.
उलट दिखी पुलिस की कहानी
प्रेस वार्ता का आयोजन करते हुए एसपी कौशांबी राधेश्याम विश्वकर्मा ने टीम की जमकर सराहना की. उन्होंने बताया कि सर्विलांस सेल और इंटेलिजेंस विंग की टीम द्वारा गुम हुए 51 मोबाइल फोन बरामद करने में सफलता हासिल की है. साथ ही ने बताया कि यह मोबाइल जिन्हें सड़क पर पड़े हुए मिले थे, उनके पास से बरामद किया गया है.
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पुलिस की इस कहानी की सच्चाई को जानने के लिए जब ईटीवी भारत ने पीड़ितों से बात की तो कहानी कुछ और निकली. मंझनपुर थाना क्षेत्र के चक नगर के रहने वाले रवि ने बताया कि वह दुकान में थे. तभी दुकान से ही किसी ने मोबाइल चोरी कर ले गया. इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी. पुलिस ने आज उनका मोबाइल बरामद किया है.
इसी तरह पिपरी थाना क्षेत्र के अवधान गांव के रहने वाले राजेश ने बताया कि कई महीने पहले वाह रिश्तेदारी में जा रहे थे. तभी मंझनपुर थाना क्षेत्र के ओसा गांव के पास दो बाइक सवार बदमाशों ने उनसे मोबाइल फोन छीना ले गए.
पुलिस अधीक्षक राधेश्याम विश्वकर्मा ने बताया कि बाजारों और ऑफिस से गुम हुए 51 मोबाइलो को बरामद किए गए थे. बरामद किए गए मोबाइल उनके स्वामियों को सौंप दिया गया है. उन्होंने बताया की किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई, क्योंकि यह मोबाइल लोगों को सकड़ पर पड़े मिले थे. जब राजेश और रवि द्वारा लगाए गए आरोपों पर सवाल किया तो उन्होंने बताया कि उन्हें इस विषय में जानकारी नहीं है कि किसी से मोबाइल फोन चोरी नहीं हुई थी. उनके लोगों ने ही बताया कि यह मोबाइल उनके गुम हो गए थे.