कौशांबीःबिहार के बक्सर के अलावा उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में गंगा नदी में भारी मात्रा में शव उतराते मिलने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के गृह जनपद कौशाम्बी में ऐसी तस्वीर न देखने को मिले इसके लिए जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है. जिला प्रशासन ने गंगा में शव को प्रवाहित करने से रोकने के लिए पीएसी के जवानों की तैनाती की है. यह जवान शव को गंगा नदी में न प्रवाहित करने के लिए लोगों को जागरूक भी करेंगे.
घाटों पर तैनात जवान लोगों को कर रहे जागरूक
कौशाम्बी जिले के गंगा नदी के किनारे घाटों पर जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह ने पीएसी के जवान तैनात कर दिए गए हैं. यह जवान शासन की गाइड लाइन के अनुसार शव लेकर घाट पर आए लोगों को कोरोना संक्रमण के बारे में जानकारी दे रहे हैं. इसके अलावा लोगों को शवों को गंगा में प्रवाहित करने एवं दफनाने के बजाय जलाने की सलाह देते हैं. ताकि पानी में कोरोना संक्रमण न फैलने पाए.
घाटों के मुख्य मार्ग पर किया गया बैरिकेडिंग
कड़ा धाम समेत अन्य घाटों के मुख्य मार्ग पर ही जवानों ने बैरिकेडिंग कर रास्ते को बंद कर दिया गया है. अब जवानों को कोई शव लेकर आता दिखाई दे रहा है तो उन्हें जलाने की सलाह देते हैं. इसके साथ ही जवान लोगों को साव गंगा नदी में प्रवाहित करने होने वाली जनहानि व समस्या के प्रति जागरूक भी कर रहे हैं.
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जवान करवाते हैं शव जलवाने के लिए इंतजाम
जैसे ही लोग घाट किनारे लोग शव लेकर पहुचते हैं, वहां पर पहले से मौजूद जवान लोगों को शव जलाने के लिए इंतजाम करवाते हैं. यदि किसी व्यक्ति के पास शव जलाने के लिए लकड़ी नहीं होती तो पीएसी के जवान स्थानीय पुलिस के माध्यम से लकड़ी का इंतजाम करवाते हैं. प्रयागराज पीएसी चतुर्थ वाहिनी के हेड कांस्टेबल रमेश त्रिपाठी ने बताया कि पीएसी के जवान शादी वर्दी में घाट किनारे जाकर लोगों को जागरूक करते हैं. उन्हें शवों को गंगा में प्रवाहित करने एवं दफनाने के बजाय जलाने की सलाह दे रहे हैं. साथ ही स्थानीय पुलिस से गरीब पीड़ितों की मदद कराई जा रही है.