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कालेश्वर घाट में हादसा, गंगा नदी में डूबने से एक बच्चे की मौत

कौशांबी के कड़ा धाम में गंगा नदी में डूबने से एक किशोर की मौत हो गई. मामले की सूचना पुलिस को दी गई है.

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Published : May 10, 2021, 5:10 PM IST

Published : May 10, 2021, 5:10 PM IST

कालेश्वर घाट
कालेश्वर घाट

कौशांबी : गंगा नदी में डूबने से एक किशोर की मौत हो गई है. इसकी सूचना पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से शव को नदी से खोज निकाला. किशोर की मौत की सूचना से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं, पुलिस ने किशोर के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. जिले में नदी में डूबने से मौत की यह तीसरी घटना है. घटना के बाद से इलाके में मातम पसरा हुआ है.

गंगा कड़ा घाट में हुई घटना

कालेश्वर घाट पर स्नान कर रहे दो बालकों में से एक 14 वर्षीय बालक गंगा के गहरे जल में समा गया. इसके कारण उसकी मृत्यु हो गई. जानकारी के मुताबिक बिना किसी पूर्व सूचना के सैनी कस्बे के सुरेंद्र करार का 14 वर्षीय पुत्र आयुष एक 10 वर्षीय बालक के साथ स्नान करने कालेश्वर घाट पहुंच गया. यहां नहाते वक्त आयुष का पैर अचानक फिसल गया. इसके कारण वह डूबने लगा. इस पर दूसरे बालक ने शोर मचाना शुरू कर दिया. इससे पहले कि लोगों को इसकी जानकारी हो पाती, आयुष गंगा के गहरे जल में समा चुका था.

पोस्टमार्टम के लिए भेजा शव

परिजनों को सूचना मिलने पर वह घाट पर पहुंचे. थानाध्यक्ष कड़ाधाम बिजेंद्र सिंह भी घाट पर पहुंच गए. गोताखोरों की सहायता से लगभग तीन घंटे की मशक्कत के बाद बच्चे के शव को गंगा नदी से निकाला गया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

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परिवार का एकलौते चिराग था आयुष

मृत आयुष की मां सरोज देवी अपने पुत्र के साथ सैनी में रहती है. जीविकोपार्जन के लिए सैनी चौराहे पर चाय-पान की दुकान चलाती हैं. लॉकडाउन होने के कारण अपने पैतृक गांव आई हुईं थीं. इकलौते चिराग की मौत को साथ ही सरोज देवी के जीने का सहारा भी उनसे छिन गया है. आयुष की मौत के बाद उनका रो-रोकर बुरा हाल है.

दस दिन पहले भी हुई थी घटना

लगभग 10 दिन पहले इसी तरह के एक हादसे में दो युवकों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. लगातार हो रहीं दुर्घटनाओं को देखते हुए स्थानीय प्रशासन अभी भी कोई सबक लेता नजर नहीं आ रहा है. इतने हादसों के बाद भी गहरे जल का कोई संकेतांक कड़ा धाम के मुख्य घाटों पर नहीं लगाया गया है. इसके कारण मासूमों को अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ रहा है. वहीं, इस मामले में कोई भी अधिकारी कुछ बोलने से कतरा रहा है.

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