कौशांबी:जनपद में एक ईंट भट्टे के अंदर 17 मजदूर परिवारों को बंधक बनाकर काम कराए जाने की सूचना से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया. प्रशासन को इस पूरे मामले की जानकारी एससी-एसटी आयोग दिल्ली से एक पत्र के बाद हुई.
एससी-एसटी आयोग दिल्ली से आए पत्र के बाद प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी संबंधित ईंट भट्टा पर पहुंचे, जहां पर अधिकारियों के मुताबिक जांच में शिकायत झूठी पाई गई,लेकिन मजदूरों ने अधिकारियों से बताया कि उनके पास खाने और दवाइयों का पैसा नहीं है, इसलिए उनको घर भिजवा दिया जाए. एसडीएम चायल और श्रम विभाग के अधिकारियों ने वहां रह रहे बदायूं जनपद के 17 मजदूर परिवारों को उनके घर भेजने की व्यवस्था की.
एससी-एसटी आयोग दिल्ली से जिलाधिकारी के पास आए एक शिकायती पत्र के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. बदायूं जनपद के मूसेपुर थाना भुजरिया निवासी दयाराम ने शिकायती पत्र देते हुए बताया था कि कौशांबी जनपद के चायल तहसील अंतर्गत पिपरी थाना क्षेत्र के घूरीपुर स्थित एक ईंट भट्टा में 17 मजदूर परिवारों को बंधक बना कर रखा गया है.
शिकायती पत्र की जांच के लिए एसडीएम चायल, नायब तहसीलदार व श्रम विभाग के अधिकारी पुलिस टीम के साथ घूरीपुर नंदी मार्का ईंट भट्टा पहुंचे, जहां पर बदायूं से आए मजदूर परिवारों से मुलाकात की गई. वहीं मजदूर परिवारों ने बंधक बनाए जाने जैसी किसी भी शिकायत से इंकार कर दिया.