कौशांबीः जिले के एक गांव के रहने वाले भारतीय सेना का जवान 8 माह पहले तेलंगाना बॉर्डर पर नक्सलियों के हमले में घायल हो गया था. घायल सैनिक की महाराष्ट्र के पुणे स्थित आर्मी अस्पताल में इलाज के दौरान सोमवार मौत हो गई. जिसके बाद बुधवार को शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव रामसहाय पहुंचा. यहां राजकीय सम्मान के साथ सैनिक का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान बीजेपी के विधायक और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की. बीजेपी विधायक ने शहीद द्वार और शाहिद स्थल जल्द बनवाये जाने की घोषणा किया. इसके साथ ही हर संभव मदद का भी आश्वाशन दिया.
शहीद की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, हर किसी की आंखें हुईं नम
तेलंगाना बॉर्डर पर नक्सलियों के हमले में 8 महीने पहले घायल हुए कौशांबी जिले के रहने वाले सैनिक नरेंद्र दिवाकर का पुणे के आर्मी अस्पताल में निधन हो गया. इसके बाद शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव रामसहाय लाया गया. यहां शहीद की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या लोग शामिल होकर श्रद्धांजलि दी.
सैनिक की मौत की खबर मिलते ही पिता लल्लूराम अपने अन्य बेटों के साथ पुणे पहुंचे, जिसके बाद वह वहां से बुधवार को शहीद के पार्थिव शरीर को लेकर पैतृक गांव रामसहायपुर आये. शहीद सैनिक के शव गांव पहुंचने की खबर मिलते ही नेताओं और ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई. यहां हर कोई शहीद को अंतिम विदाई में भावुक हो गया. सैनिक की अंतिम यात्रा में लोगों ने भारत माता की जय और इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाए. शहीद सैनिक की बहन रेखा के मुताबिक घटना के कई दिनों बाद उन्हें इस घटना के बारे में जानकारी दी थी, क्योंकि वह नहीं चाहते थे कि कोई भी परेशान हो. उन्होंने बताया कि भाई के पेट में 2 गोलियां लगी थी.
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शहीद के पार्थिव देह गांव पहुंचने की खबर जैसे ही जिले के जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक समेत बीजेपी विधायक को मिली तो गांव पहुंचे. एसपी डीएम समेत बीजेपी विधायक, सहित अन्य पार्टियों के नेताओं ने भी शहीद को पुष्पांजलि अर्पित किया. सिराथू से बीजेपी विधायक शीतला प्रसाद पटेल ने बताया कि वह शहीद के गांव में एक शहीद द्वार और शहीद स्थल का निर्माण जल्द से जल्द करवाएंगे.