कौशांबीः जिले के पिपरी पुलिस ने चकबंदी लेखपाल किरण रुपौलिया हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने हत्या में शामिल आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है. एसपी के मुताबिक मृतक लेखपाल ने जिस शुभम मिश्रा की ट्रैक्टर दिलाकर मदद की थी, उसी ने रुपये वापस करने के दबाव से तंग आकर उनकी हत्या कर दी. आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. पुलिस ने आरोपी के निशानदेह से हत्या में प्रयोग किए गए तमंचा और ईंट बरामद कर लिया है. पुलिस गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ हत्या और गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की तैयारी कर रही है.
एसपी बृजेश श्रीवास्तव ने हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि 8 जनवरी को शौर्य जीत ने पिपरी पुलिस को सूचना देकर अपनी मां लेखपाल किरण रुपौलिया की गुमशुदगी दर्ज कराई. जिसके बाद सीओ चायल श्यामकांत के नेतृत्व में एक जांच टीम का गठन किया और उनकी तलाश शुरू की गई. इसके बाद चित्रकूट में एक महिला की लाश मिलने की सूचना मिली, जिसकी शिनाख्त शौर्य जीत ने अपनी मां लेखपाल किरण रुपौलिया के रूप में की. लाश मिलने के बाद पुलिस ने छानबीन करते हुए वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए. इस दौरान पुलिस के हाथ कुछ सीसीटीवी फुटेज भी मिले. इसमें महिला लेखपाल एक लाल रंग की कार में बैठ कर जाती दिखाई पड़ी. इसी आधार पर कार के मालिक शुभम मिश्रा को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई.
एसपी ने बताया कि 2 दिन की पूछताछ के बाद शुभम मिश्रा ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. उसने अपने 3 दोस्त विक्रम सिंह उर्फ विक्कू पटेल पुत्र बादाम सिंह निवासी फरीदपुर, आशीष पासी पुत्र मनोज कुमार निवासी बहुगरा, मुनील पासी पुत्र स्व छोटू निवासी गोपालपुर सेवथा के साथ मिलकर लेखपाल किरण की हत्या की बात स्वीकार की.