शार्पशूटर कवि से पुलिस ने बरामद की पिस्टल और लाइसेंसी बंदूक कौशांबी: जिले की पुलिस ने माफिया अतीक अहमद के शार्पशूटर अब्दुल कवि को दूसरी बार 36 घंटे की रिमांड में लेकर कई रहस्यों से पर्दा उठाया है. पूर्व विधायक राजू पाल की हत्या के बाद से शार्पशूटर अब्दुल कवी फरार चल रहा था. लेकिन, पुलिस की सख्ती के चलते 18 साल बाद अब्दुल ने आत्मसमर्पण कर दिया था. यह जानकारी पुलिस ने प्रेसकॉन्फ्रेंस कर साझा की है.
प्रयागराज में 24 फरवरी को हुई उमेश पाल सहित दो पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद सख्ती में शूटर कवि को पुलिस ने सरेंडर करने को मजबूर कर दिया. 5 अप्रैल को सरेंडर के बाद पुलिस ने मुकदमे की जांच में तेजी दिखाई. अदालत से सराय अकिल पुलिस ने रिमांड हासिल कर अब्दुल कवी को कौशांबी लाया गया. पूछताछ के दौरान अब्दुल कवि ने शस्त्र लाइसेंस हासिल करने का रहस्य खोला. पुलिस अफसरों के मुताबिक शूटर अब्दुल कवी का शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है.
शूटर कवि ने बताया वह जारी शस्त्र लाइसेंस को अपराध के लिए इस्तेमाल करता था. पुलिस द्वारा न पकड़ा जाए इसलिए उसने मूरतगंज के पूर्व ब्लॉक प्रमुख मोहम्मद सऊद पुत्र महफूज को अपना शस्त्र देकर सुरक्षित करता था. वहीं, गवाह ओम प्रकाश पाल को मुकदमे की पैरवी ना करने के लिए धमकी देकर वह अतीक की मदद करना चाहता था. लेकिन, गवाह ने उसके खिलाफ सराय में मुकदमा दर्ज करा दिया.
एसपी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया, अपराधी अब्दुल कवि को रिमांड पर लेकर सराय अकिल पुलिस ने गवाह को धमकाया जाने का रहस्य सुलझा लिया है. इसके साथ ही अपराधी को जारी हुआ शस्त्र लाइसेंस व शस्त्र भी बरामद कर लिया है. शस्त्र बरामदगी के दौरान अब्दुल कवी से एक पिस्टल, खोखे व कारतूस भी बरामद हुए हैं. रिमांड की अवधि पूरी होने पर उसे पुनः जेल में भेज दिया जाएगा.
यह भी पढे़ं: माफिया अतीक अहमद की राह पर चल रहा उसका गुर्गा मोहम्मद मुजफ्फर, काफिले का वीडियो वायरल