कौशांबी: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) बृहस्पतिवार को अपने गृह जनपद कौशांबी के दौरे पर हैं. वह आज जिले को कई योजनाओं की सौगात दे रहे हैं. हालांकि, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को आशा बहुओं (Asha Bahus) का विरोध झेलना पड़ा. आशा बहुओं ने सरकार की वादे का हवाला देते हुए केशव मौर्य को रोक लिया. आशा बहुओं के डिप्टी सीएम के काफिले के सामने आते ही अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे. अधिकारियों के लाख समझाने के बावजूद आशा बहू नहीं मानी. इस दौरान भाजपा सांसद विनोद सोनकर (MP Vinod Sonkar) और विधायक उन्हें समझाने पहुंचे. काफी मशक्कत और आश्वासन के बाद आशा बहुएं डिप्टी सीएम के काफिले के आगे से हटीं.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य मंझनपुर स्थित निर्माणाधीन बस स्टाप परिषद में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे. जहां उन्होंने कौशांबी जिले के विभिन्न अस्पतालों में स्थापित आठ ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया. इस दौरान वो मंच से अपनी सरकार के विकास कार्यों को लेकर गुणगान जाते रहे. डिप्टी सीएम के कार्यक्रम में पहुंचने की भनक जैसे ही जिले भर की आशा बहुओं को हुई तो वे कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गईं. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को दस सूत्रीय ज्ञापन देने की मांग करने लगी. हालांकि, अधिकारियों ने उन्हें मंच के करीब नहीं जाने दिया. मंच के करीब न जाने देने से नाराज आशा बहुएं कार्यक्रम स्थल से बाहर आ गईं और प्रदर्शन शुरू कर दिया.
जब डिप्टी सीएम कार्यक्रम समाप्त होने के बाद अन्य जगहों में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने जा रहे थे तो आशा बहुओं ने उनके काफिले को रोक लिया. काफिले के रोके जाने पर अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे. अधिकारियों के काफी समझाने के बावजूद भी आशा बहुएं अपनी जिद पर अड़ी रहीं और उन्होंने काफिले में शामिल गाड़ियों को बाहर निकलने नहीं दिया.