कौशांबी/मेरठ: केंद्र सरकार द्वारा किसानों को दिए गए लिखित आश्वासन के बाद मांगें पूरी न होने का आरोप लगाते हुए संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा अलग-अलग जिलों में सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया गया. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद कौशांबी में नाराज भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव किया. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता थाने में ही धरने पर बैठ गए. कौशांबी के साथ ही भारतीय किसान यूनियन ने मेरठ में भी विरोध प्रदर्शन किया.इस विरोध प्रदर्शन को सांकेतिक बताते हुए किसान नेताओं ने कहा कि वे विश्वासघात दिवस के तौर पर इस दिन को मना रहे हैं.
मेरठ में किसानों ने किया प्रदर्शन
केंद्र सरकार द्वारा किसानों को दिए गए लिखित आश्वासन के बाद मांगें पूरी न होने का आरोप लगाते हुए संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा विरोध दर्ज कराते हुए धरना प्रदर्शन किया गया. मेरठ में भी जिला मुख्यालय पर संयुक्त किसान मोर्चा के आहवान पर भारतीय किसान यूनियन ने धरना प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन को सांकेतिक बताते हुए किसान नेताओं ने कहा कि वे विश्वासघात दिवस के तौर पर इस दिन को मना रहे हैं. साथ ही किसान नेताओं ने कहा कि देश के किसानों ने केंद्र सरकार के किसान विरोधी कानून को रद्द करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी हासिल करने और अन्य किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ एक अभूतपूर्व आंदोलन चलाया. इस आंदोलन के चलते हस्ताक्षर से तीन किसान विरोधी कानूनों को रद्द किया गया,लेकिन उस वक्त सरकार ने जो आश्वासन दिया था, उसको लेकर सरकार काम नहीं कर रही है. जिस वजह से संयुक्त किसान मोर्चा नाराज है. किसान नेताओं ने इस दौरान सरकार पर वादाखिलाफी के आरोप भी लगाए. किसान नेताओं का कहना है कि अगर सरकार ने गम्भीरता नहीं दिखाई तो पुनः वे आंदोलन को तैयार भी हैं.