कौशांबीःकोरोना महामारी के बीचदेशभर में तमाम स्थानों पर ऑक्सीजन और इंजेक्शन की कालाबाजारी देखने को मिल रही है. इस कालाबाजारी से यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या का गृह जनपद कौशांबी भी अछूता नहीं है. कौशांबी के सरकारी अस्पताल के कर्मियों और मेडिकल दवाखानों की मिलीभगत से महंगे इंजेक्शन की कालाबाजारी का खेल खुलेआम चल रहा है. जिले में एक कोविड-19 के मरीज के तीमारदारों ने पुलिस से इसकी शिकायत की है. वहीं, इस पूरे मामले में जिला प्रशासन कुछ भी बोलने से कतरा रहा है.
ये है पूरा मामला
घटना कौशांबी के जिला अस्पताल की है. यहां पुरामुफ्ती थाना क्षेत्र के अहमदपुर गांव निवासी प्रमोद कुमार गुप्ता को कोविड के लक्षण मिले. परिजनों ने घर पर ही उसका इलाज शुरू किया. कोविड पॉजिटिव मरीज के परिजन अशोक कुमार के मुताबिक 22 अप्रैल को उसके भाई की हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल में बने एल-2 वार्ड में भर्ती कराया गया. तीमारदार का कहना है कि उनका भाई कोरोना वार्ड में भर्ती है. उसके इलाज के लिए डॉक्टर ने उन्हें सादी पर्ची पर महंगे इंजेक्शन सहित दवाएं अस्पताल से बाहर मेडिकल स्टोर से खरीदकर लाने को भेजा. उन्हें 1600 रुपये की दवा मिली. अशोक का आरोप है कि अस्पताल कर्मी को डॉक्टर ने मरीज को इंजेक्शन लगाने को दिया, लेकिन मरीज को इंजेक्शन न लगाकर उसे खरीदे गए मेडिकल स्टोर पर अस्पताल कर्मी वापस कर रुपये लेने पहुंच गया. उसे मरीज के तीमारदार अशोक ने रंगे हाथ पकड़ लिया.
ऑक्सीजन की कालाबाजारी का आरोप
कोविड-19 के मरीज के तीमारदार अशोक ने आरोप लगाया कि जिला अस्पताल में ऑक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी की जा रही है. अशोक की मानें तो जिला अस्पताल में ऑक्सीजन को 40 से 50 हजार रुपये में बेचा जा रहा है. इसके साथ ही उसने मीडिया के माध्यम से पूरे मामले में सीएम योगी से भी न्याय की गुहार लगाई है.