उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

भाकियू कार्यकर्ताओं ने किया सदर कोतवाली का घेराव, थानेदार पर रिश्वत लेने का आरोप

यूपी के कासगंज में आज भारतीय किसान यूनियन स्वराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने सदर कोतवाली का घेराव किया. दरअसल भाकियू स्वराज के कार्यकर्ताओं ने सदर कोतवाली पर 4 हजार रुपये लेकर बुजुर्ग को छोड़े जाने का आरोप लगाया.

By

Published : Nov 14, 2021, 5:02 PM IST

थानेदार पर रिश्वत लेने का आरोप
थानेदार पर रिश्वत लेने का आरोप

कासगंजः जिले सदर कोतवाल पर भाकियू स्वराज के कार्यकर्ताओं ने 4 हजार रुपये लेकर बुजुर्ग को छोड़ने का आरोप लगाया. इस दौरान उन लोगों ने कोतवाली का घेराव भी किया. जिसके बाद क्षेत्राधिकारी दीप कुमार ने किसान नेताओं को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया.

भारतीय किसान यूनियन स्वराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडे के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कोतवाली का घेराव किया. उन्होंने कासगंज कोतवाल पर दलाली का आरोप लगाया है. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कोतवाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.

थानेदार पर रिश्वत लेने का आरोप

दरअसल, भाकियू स्वराज के कार्यकर्ताओं में आक्रोश पनप गया. जब कासगंज सदर के नगला थान वाहिदपुर के रहने वाले एक बुजुर्ग कार्यकर्ता रामसिंह को मारपीट के मामले में दारोगा विजेंदर सिंह ने पकड लिया था. भकियू स्वराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पाण्डेय ने आरोप लगाया कि बुजुर्ग कार्यकर्ताओं को छोड़ने के लिए क्षेत्राधिकारी ने स्वीकृति दे दी. बावजूद इसके बुजुर्ग राम सिंह को 4,000 हजार रुपये लेने के बाद छोड़ा गया. जिसके बाद किसान नेताओ का आक्रोश भडक गया. भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय सहित कई नेताओ ने कोतवाली का घेराव ही नहीं किया, बल्कि सदर सीओ की मौजूदगी में थ्री स्टार लगाये बैठे इंंस्पेक्टर सदर रमेश प्रसाद भारद्वाज को किसान नेता आशीष पांडेय ने जमकर खरी-खोटी सुनाई. जिसका वीडियो वायरल हो रहा है.

सदर कोतवाली का घेराव

इसे भी पढ़ें- जमीन का सौदा इनकार करने पर पिता की मौत का सौदागर बना अवधू, मुर्गा पार्टी के बाद ऐसे रची हत्या की साजिश

कोतवाली का घेराव कर रहे कुलदीप पांडेय ने बताया कि मारपीट के मामले में बुजुर्ग राम सिंह और अमित के साथ पुलिस ने दुर्व्यवहार किया. कोतवाल का जो रवैया है, वो लापरवाह और भ्रष्टाचार से लिप्त है. 323 के मामले में जिसमें पुलिस की कोई दखलंदाजी नहीं है, उसमें भी दारोगा द्वारा बुजुर्ग राम सिंह को थाने लाया जाता है. 4 हजार लेकर थप्पड़ मारते हुए बेइज्जत कर छोड़ दिया जाता है. जबकि जिले के कप्तान और क्षेत्राधिकारी ने खुद बुजुर्ग रामसिंह को छोड़ने के लिए बोला. जब इस कोतवाली में कप्तान, सीओ के आदेश को नहीं माना जाता, ऐसे महानुभाव कोतवाल साहब से मिलने आये हैं, जो एक दबंग प्रवृत्ति के कोतवाल हैं. पैसे के आगे किसी की नहीं सुनते. हम मांग कर रहे हैं, जो रूपया लिया गया है, वह वापस किया जाये और दारोगा पर कार्रवाई की जाये.

ABOUT THE AUTHOR

...view details