कासगंजः जिले के किसानों ने शनिवार को तहसील के दो लेखपालों पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाकर पटियाली तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया. इस मामले में एसडीएम ने जांच के निर्देश दिए हैं.
धरना प्रदर्शन भारतीय किसान यूनियन (भानु) के बैनर तले हुआ. इसमें सैकड़ों किसानों और महिलाओं ने भाग लेकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारी तहसील के दो लेखपालों पर घूस मांगने का आरोप लगा रहे थे. सभी इन दोनों लेखपालों के निलंबन की मांग भी उठा रहे थे.
भारतीय किसान यूनियन भानु के जिलाध्यक्ष ओम कुमार सिंह बैस ने पटियाली तहसील के दो लेखपालों पर गंभीर आरोप लगाए. कहा कि ये दोनों लेखपाल बिना पैसे के कोई भी काम नहीं करते हैं. कहा कि मृतक की ज़मीन की फौती करनी हो, खतौनी बनानी हो या कोई भी काम करना हो, इन दोनों को जब तक रिश्वत न दो तब तक कोई काम नहीं होता है.
लिखित में मामले की शिकायत उप जिलाधिकारी पटियाली रवेंद्र कुमार से की गई थी लेकिन अभी तक उन दोनों लेखपालो पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. किसान नेता ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इन दोनों भ्रष्ट लेखपालों पर कार्रवाई नहीं हुई तो भारतीय किसान यूनियन भानु के द्वारा आगे तहसील की तालाबंदी भी की जाएगी.
बता दें कि अभी हाल ही में किसानों की शिकायत पर ग्राम पंचायत मटेना में तैनात लेखपाल को एसडीएम ने स्थानांतरित कर दिया था. इसके बाद एक अन्य लेखपाल की नियुक्ति की गई थी. अब किसान उस लेखपाल पर भी घूस मांगने का आरोप लगाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस पूरे मामले में उप जिलाधिकारी पटियाली रवेंद्र कुमार ने बताया है कि लेखपालों पर लगे आरोपों की जांच कराई जाएगी और जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें: निकाय चुनावों में ओबीसी आरक्षण मामले की बहस पूरी, 27 दिसंबर को आएगा फैसला