कासगंज: शुक्रवार को शहर के सहावर गेट इलाके में रहने वाले रेलवे कर्मचारी सुनील ने डेंगू की चपेट में आकर दम तोड़ दिया. मृतक युवक 10 दिन से बीमार था, जिसका इलाज दिल्ली के अपोलो अस्पताल में चल रहा था. रेलवे कर्मचारी सुनील की मौत के बाद स्थानीय लोगों में स्वास्थ्य विभाग के प्रति भारी रोष है. स्थानीय लोगों का कहना है कि विभाग की तरफ से किसी भी प्रकार की दवा का छिड़काव अभी तक नहीं कराया गया है.
डेंगू ने ली रेलवे कर्मचारी की जान. अपोलो अस्पताल में हुई सुनील की मौत
मृतक सुनील के पड़ोसी सर्वेश शाक्य ने बताया कि सुनील को करीब 10 दिन पहले हल्का बुखार आया था. यहां से कुछ दवा ली, उससे कुछ फायदा नहीं हुआ तो अलीगढ़ में डॉक्टर प्रवीण वार्ष्णेय के बाद के.के.अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिसके बाद 22 अगस्त की सुबह दिल्ली के अपोलो अस्पताल में सुनील को भर्ती कराया गया. शुक्रवार को करीब 1:00 बजे दिल्ली में सुनील की मौत हो गई.
डेंगू की वजह से हुई मौत
डॉक्टरों के अनुसार रेलवे कर्मचारी सुनील की मृत्यु डेंगू की वजह से हुई है. मृतक सुनील की 10 वर्षीय बेटी तनिष्का भी डेंगू बुखार से पीड़ित है, जिसका इलाज अलीगढ़ के एक अस्पताल में चल रहा है. सर्वेश शाक्य ने बताया कि यहां कई लोग डेंगू से पीड़ित हैं. उनके 70 वर्षीय चाचा रामनाथ शाक्य भी डेंगू से पीड़ित हैं, जिनका इलाज नोएडा के यशोदा अस्पताल में चल रहा है.
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स्वास्थ्य विभाग की तरफ से डेंगू से बचाव के कोई उपाय नहीं किए जा रहे हैं. नगर पालिका ने भी एक दो बार फागिंग कराने के अलावा कुछ नहीं किया. रेलवे लाइन के किनारे बसे होने से मोहल्ले में गंदगी और मच्छरों के प्रकोप है. मोहल्ले में रेलवे के पाइप से लीक होने वाले पानी से पास के गड्ढे ने तालाब का रूप ले लिया है.
-सर्वेश शाक्य, मृतक के पड़ोसी