कासगंज:जनपद में भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसा कर सनसनीखेज हत्याओं को अंजाम देने वाले सीरियल किलर गैंग का पुलिस ने शनिवार को खुलासा किया. इस मामले में पुलिस ने इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से मृतकों की पासबुक, आधार कार्ड, कंबल, थैला कपड़े और नकदी पुलिस ने बरामद किए हैं.
दरअसल, कासगंज जनपद में विगत 28 दिसंबर 2020 को काली नदी के किनारे एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ मिला था, जिसकी शिनाख्त मृतक की पत्नी आशा ने पति लालमन के रुप में की थी. मृतक की पत्नी ने कासगंज कोतवाली में मामला दर्ज कराया था. मृतक लालमन ई-रिक्शा चालक था.
सीरियल किलर गैंग का पर्दाफाश वहीं, दूसरा मामला 22 अक्टूबर 2021 को कासगंज क्षेत्र में रेलवे लाइन के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था, जिसकी गला घोंट कर हत्या की गई थी. मृतक की शिनाख्त उसके भाई रमेश सिंह ने अपने भाई जबर सिंह के रुप में की थी. मृतक के भाई ने बताया था कि उसका भाई शाहदरा दिल्ली में नमकीन की कंपनी में काम करता था जो कि नोएडा से रोडवेज बस से घर वापस आ रहा था, किंतु घर पहुंचकर गायब हो गया था. उसका मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ आ रहा था, जिसके बाद मृतक के भाई ने कासगंज में मामला दर्ज कराया था.तीसरी घटना 20 जनवरी 2022 की है. पुलिस को तहरीर मिली कि सत्य प्रकाश (65) अपने भाइयों के पास दिल्ली गया हुआ था. जो 7 जनवरी 2022 को शाम को ट्रेन से मथुरा होते हुए कासगंज के लिए चला था, लेकिन घर नहीं पहुंचा. सत्य प्रकाश के बेटे की तहरीर पर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरु की और कासगंज रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरा को खंगाला तो सीसीटीवी में गायब सत्य प्रकाश 8 जनवरी 2022 को रेलवे स्टेशन से बाहर निकलता हुआ दिखाई दिया, जिसके बाद पुलिस की ओर से रेलवे ट्रैक और आस-पास में जब छानबीन की गई तो 9 जनवरी 2022 को एक व्यक्ति का कंकाल रेलवे लाइन के किनारे मिला, जिसके कपड़े, आधार कार्ड और बैंक की पासबुक से उस कंकाल की शिनाख्त हुई.इसके बाद कासगंज एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे (Kasganj SP Rohan Pramod Botre) ने एसओजी और सर्विलांस सहित कई टीमों को मामले के खुलासे में लगा दिया था. सीसीटीवी कैमरों को जब और खंगाला गया तो मृतक के साथ एक अज्ञात संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिया. इसके बाद जब उस संदिग्ध व्यक्ति की तलाश की गई तो एक चाय की दुकान से उस व्यक्ति का सुराग लगा, जिसके बाद मुखबिर की सूचना पर उसे गिरफ्तार किया गया.
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गिरफ्तार अभियुक्त भूरे से जब पुलिस ने गहन पूछताछ की तो उसने बताया कि हम लोगों का एक संगठित गिरोह है. इस गैंग में उसके अलावा समरुद्दीन और नदीम गिरोह के सदस्य हैं. हम लोग रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर बाहर से आने वाले सवारियों को निशाना बनाते हैं और उन्हें तरह-तरह के प्रलोभन देकर एकांत में ले जाकर उनकी हत्या कर उनके पास जो भी नकदी आदि होती है उसे लूट लेते हैं.
एसपी बोत्रे ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों ने उपरोक्त तीनों ने हत्या करने का जुर्म भी कुबूल लिया है. गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से 1 तमंचा 315 बोर, 600 नकद, मृतक जबर सिंह का कंबल, मृतक सत्य प्रकाश की बैंक की पासबुक, थैला, मृतक लालमन का बैंक का पासबुक और आधार कार्ड आदि बरामद किया गया है. गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेजने की कार्रवाई की गई है. वहीं, गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम को 25,000 रुपये का इनाम भी दिया गया है.
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