कासगंज: जिले के सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के पिथनपुर गांव में सोमवार को एक बच्चे का अपहरण कर लिया गया. बच्चा अपने घर से चाय पीकर खेत के लिए निकला था. तभी अज्ञात लोगों ने 10 वर्षीय बालक लोकेश का अपहरण कर लिया. दिन दहाड़े अपहरण की इस घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. पुलिस ने इस मामले में एफआईआर भी दर्ज कर ली थी. आनन-फानन में एसपी और आईजी भी देर रात मौके पर पहुंचे. एसपी ने एसओजी सहित सर्विलांस की टीम को बच्चे की तलाश में लगा दिया है.
अपहरण के 52 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली - अपहरण मामले में नहीं हुई गिरफ्तारी
उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में सोमवार को 10 वर्षीय मासूम का अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया था. अपहरण के 52 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं. वहीं अपह्रत बच्चे की मां ने ईटीवी भारत पर कई लोगों का नाम लेते हुए उनपर अपहरण का आरोप लगाया है.
अपह्रत बच्चे के घर पहुंची ईटीवी भारत की टीम ने देखा कि पीड़ित परिवार निहायत गरीब है. ऐसे में 40 लाख की फिरौती देने की कल्पना करना भी परिवार के लिए बेमानी है. रोज कुंआ खोद कर पानी पीने वाले इस किसान परिवार के लोग बच्चे के आने की आस लगाए बैठे हैं. उन्हें पुलिस से बड़ी उम्मीदें हैं. बच्चे के अपहण को लगभग 52 घण्टे बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं. बच्चे की मां देवकी देवी ने नाम लेते हुए कुछ लोगों पर अपहरण का आरोप लगाया है. इसके बावजूद पुलिस ने अभी तक किसी की गिरफ्तारी का खुलासा नहीं किया है.
बच्चे की मां देवकी ने बताया कि 8 दिसंबर को जमीन में समर लगवाने को लेकर परिवार के ही लोगों से झगड़ा हुआ था. इसमें राम बहादुर, राज बहादुर, नरेश चन्द्र और लक्ष्मी देवी ने हमें धमकियां भी दी थीं कि तुम्हें हम देख लेंगे. वह लोग समर लगने का विरोध कर रहे थे. यही लोग हमारे बच्चे के अपहरण में शामिल हो सकते हैं.