कासगंज: लॉकडाउन के एक माह बाद भी मजदूरों का एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश की तरफ पलायन करने का दौर जारी है. वहीं जनपद में 14 मजदूरों का जत्था कासगंज शहर के मथुरा-बरेली हाइवे पर जाते हुआ दिखा. इन मजदूरों को काम धन्धा और पैसे नहीं मिलने के कारण पैदल ही अपने घरों की तरफ निकलने को मजबूर होना पड़ा.
कासगंज: लॉकडाउन के कारण मजदूर पैदल ही अपने घर जाने को हुए मजबूर - कोविड-19 अपडेट
पूरे देश में लॉकडाउन होने के कारण मजदूरों के सामने रोजी-रोटी और रोजगार की समस्या उतपन्न हो गई है. इस समस्या के कारण मजदूर सैकड़ों और हजारों किलामीटर पैदल चलकर अपने घर की ओर जा रहे हैं. कासगंज जिले में भी 14 मजदूरों का जत्था पैदल सफर तय करके अपने घर की ओर जा रहा है.
लॉकडाउन के कारण सभी मजदूर अपने घर की ओर पलायन कर रहे हैं. वहीं पीलीभीत के रहने वाले मजदूर जो कि हरियाणा के रेवाड़ी में मजदूरी किया करते थे. लॉकडाउन लागू होने के बाद इनके सामने कोई भी काम धंधा नहीं बचा. इसके वजह से उनके सामने खाने-पीने की समस्या आने लगी. सभी मजदूर 500 किलोमीटर पैदल चलकर हरियाणा के रेवाड़ी से पीलीभीत जिले में अपने घर जा रहे हैं.
मथुरा में इन सभी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग कराई गई थी और खाना भी उपलब्ध कराया गया था. रेवाड़ी से कासगंज तक जत्थे में शामिल सभी लोगों ने करीब 300 किलोमीटर की दूरी तय कर ली है. इसके बाद पीलीभीत पहुंचने तक अभी इन्हें 200 किलोमीटर का रास्ता और तय करना है. इन मजदूरों को पीलीभीत पहुचंने में करीब 3 से 4 दिन का वक्त और लगेगा.