कासगंज:उत्तर प्रदेश में योगी सरकार शहर से लेकर गांवों तक सड़कों का जाल बिछा रही है. लेकिन यूपी के कासगंज में सड़कों के गुणवत्ता पूर्ण निर्माण पर पटियाली को एटा से जोड़ने वाली एक सड़क ने प्रश्न चिन्ह लगा दिया है. यहां एक सप्ताह पूर्व सड़क का डामरीकरण किया गया था. लेकिन सड़क की गुणवत्ता इतनी खराब है कि गिट्टियां उखड़ रही हैं. ईटीवी भारत की टीम ने पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा कराए जा रहे सड़क और नालों की गुणवत्ता का रियलिटी चेक किया.
दरअसल पटियाली से सिढ़पुरा होते हुए एटा जिले से जोड़ने वाले प्रमुख मार्ग के निर्माण की प्रक्रिया विधानसभा चुनाव से पहले शुरू हुई थी. इस सड़क के निर्माण की शुरुआत तत्कालीन बीजेपी विद्यायक ममतेश शाक्य ने नारियल फोड़ कर की थी. लोगों को उम्मीद थी यह सड़क ऐसी बनेगी, जो वर्षों तक चलेगी. लेकिन ईटीवी भारत के रियलिटी चेक और लोगों की प्रतिक्रिया में इस सड़क की गुणवत्ता बेहद खराब नजर आई.
समाजवादी पार्टी प्रवक्ता ने सड़क पर लगायी झाड़ू-समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्दुल हफीज गांधी ने इस सड़क पर झाडू लगाकर उखड़ रही गिट्टियों को दिखाया. उन्होंने कहा कि यह एटा जिले से पटियाली को जोड़ने वाली सड़क है. इस पर 14 किलोमीटर तक पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है. इस सड़क निर्माण के अभी 8 दिन नहीं हुए हैं. लेकिन उनके द्वारा जरा सी झाड़ू लगाने के बाद ही सड़क की गिट्टियों का ढेर लग गया. उन्होंने कहा कि यह किस मानक पर बनी है. यहां मानक के हिसाब से डामर गिट्टियां नहीं डाली जा रही हैं. उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जनता का पैसा जनता के काम में ईमानदारी से लगना चाहिए. सीएम योगी ही इस सड़क की गुणवत्ता को देखें.