मथुरा :चर्चित कथा वाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने वृंदावन के परिक्रमा मार्ग स्थित गौरी गोपाल आश्रम में ईटीवी भारत से खास बातचीत की. कहा कि राम जी अपने घर में विराजमान हो रहे हैं. इसमें देश के हर राम भक्त का योगदान है. पीएम मोदी के कार्यकाल में मंदिर का निर्माण हो रहा है. उनके ही कार्यकाल में भव्य राम मंदिर की नींव रखी गई. भगवान राम को एनसीपी (शरद गुट) के विधायक जितेंद्र आव्हाड की ओर से मांसाहारी बताने पर कथा वाचक ने कहा कि विधायक को शास्त्रों का ज्ञान नहीं है. संस्कृत में मांसम का मतसब फल के गूदे से होता है. यह शब्द एक फल के लिए प्रयोग किया जाता है. नेता जी संस्कृत पढ़े नहीं हैं तो वह अर्थ का अनर्थ निकाल लिए.
विवाह पूर्व प्रेम संबंध केवल वासना :विवाह से पूर्व युवक-युवतियों के प्रेम संबंध स्थापित करने पर कथा वाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने कहा कि विवाह पूर्व प्रेम संबंध वासना मात्र है, जबकि प्रेम तो उपासना की ओर ले जाता है. सनातन धर्म के अति जातिवाद पर उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में तो जातिवाद था ही नहीं. इसकी शुरुआत तो अंग्रेजों ने फूट डालो शासन करो के आधार पर की. सनातन में तो ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र चार भाई हैं. भगवान राम ने भी कहा है कि रामहि केवल प्रेम पियारा, मतलब उन्होंने जाति को प्यारी नहीं कहा. गोस्वामी तुलसीदास जी के जन्म स्थान सोरों शूकर क्षेत्र और चित्रकूट के राजापुर को लेकर साधु-संत समाज में भ्रम और विरोधाभास की स्थिति पर उन्होंने कहा कि राम कहां पैदा हुए इस पर न जाकर हमें यह देखना चाहिए कि उन्होंने समाज के कल्याण के लिए कितना काम किया. इसका झगड़ा न करें कि वह कहां जन्म लिए.